Jamun khane ke nuksan: काले रंग के छोटे-छोटे जामुन गर्मी के मौसम में आना शुरू हो जाते हैं. जामुन को जावा प्लम के नाम के भी जाना जाता है, जो औषधीय गुणों से भरपूर है और हमें कई बीमारियों से बचाता है. इसके अलावा, जामुन (jamun benefits) खाने से असंख्यात लाभ भी मिलते हैं. जामुन न केवल शरीर में खून की कमी को दूर करता है, बल्कि ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने की सबसे अच्छी देसी दवा है. सिर्फ जामुन ही नहीं, बल्कि इसके बीज और पत्तियां भी कई बीमारियों से बचाते हैं.


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कई लोग जामुन के फायदों के बारे में जानने के बाद इसका अधिक सेवन करने लगते हैं. लेकिन ऐसा करना आपके लिए खतरनाक हो सकता है. आयुर्वेद के अनुसार किसी भी चीज का सेवन अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए. कभी-कभी इसका अधिक सेवन कई अन्य बीमारियों का कारण भी बन जाता है. वहीं, कुछ लोगों के लिए जामुन (jamun side effects) खाना हानिकारक भी साबित हो सकता है. अइए जानते हैं किन लोगों को भूलकर भी जामुन नहीं खाना चाहिए.


डायबिटीज (शुगर) के मरीज
जामुन में डायबिटीज या हाई ब्लड शुगर लेवर को नियंत्रित करने के गुण होते हैं. लेकिन फिर भी डायबिटीज वाले मरीजों को कितनी मात्रा में जामुन खाना चाहिए, इसके लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें. ज्यादा जामुन खाने से शुगर बैलेंस में नहीं रहता है.


लिवर रोग के मरीज
जामुन में ऑक्सलिक एसिड होता है, जो लिवर रोग के मरीजों के लिए हानिकारक साबित हो सकता है. ऐसे मरीजों को जामुन का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए.


खांसी-जुखाम
जामुन में शीतल गुण होते हैं और कई बार ये खांसी व जुखाम को बढ़ा सकते हैं. इसलिए खांसी और जुखाम से पीड़ित लोगों को जामुन का सेवन नहीं करना चाहिए.


कब्ज
जामुन में विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है. ऐसे में अगर आप इसका अधिक मात्रा में सेवन करते हैं तो आपको कब्ज की समस्या हो सकती है. यदि आपको पहले से ही कब्ज है जो जामुन न खाएं.


गर्भवती महिलाएं
जामुन में तनाव प्रणाली को प्रभावित करने वाले गुण होते हैं जो गर्भावस्था के दौरान अनुकरणीय हो सकते हैं. इसके अलावा, जामुन का सेवन ब्लड फ्लो को प्रभावित कर सकता है और गर्भावस्था के दौरान हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को बढ़ा सकता है.