आपकी थाली भरी होने के बाद भी आप कुपोषण के शिकार हो सकते हैं. उत्तर भारत में रहने वालों का हाल यही है. नई रिसर्च के ताजा आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली, यूपी, राजस्थान समेत नॉर्थ बेल्ट यानी मोटे तौर पर हिंदी भाषी भारतीय भर पेट खाने के बाद भी पर्याप्त पोषण नहीं हासिल कर पा रहे हैं. कई भारतीय प्रोटीन, मिनरल्स और पोटेशियम जैसे न्यूट्रिशन से इतने दूर हैं कि इसका असर उनकी किडनी पर दिखने लगा है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यदि आप इन राज्यों से हैं तो यहां जान लीजिए कि आपको अपनी थाली से क्या हटाना और इसमें क्या एड करना है ताकि स्वाद के साथ सेहत भी बरकरार रहे.


बढ़ रहे किडनी के मरीज

हाल ही में जॉर्ज इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ ने चंडीगढ़ के पीजीआई अस्पताल के साथ मिलकर एक रिसर्च की है. ये रिपोर्ट उत्तर भारतीयों के खाने की आदतों के आधार पर तैयार की गई है. इसमें 400 लोगों के दिन भर के खाने का विश्लेषण किया गया है. जिसमें से आधे लोग पूरी तरह स्वस्थ थे, जबकि आधों को किडनी की बीमारी थी. दोनों ग्रुप की डाइट में नमक जरूरत से ज्यादा था और पोटेशियम और प्रोटीन बेहद कम. 


बीमारियों से बचना है तो कम खाएं नमक

सेहत के लिए नमक जरूरी है लेकिन जब इसका सेवन जरूरत से ज्यादा मात्रा में होने लगे तो यह कई बीमारियों का कारण भी बन सकता है. ध्यान रखें अनहेल्दी डाइट आपको किडनी, ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारियां का मरीज बना सकती है. डॉ अशोक सेठ चेयरमैन, फोर्टिस एस्कॉर्टस अस्पताल, दिल्ली बताते हैं कि WHO और आईसीएमआर की रिसर्च के मुताबिक दुनिया भर में ज्यादा नमक खाने से की वजह से 30 लाख लोग मारे जा रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक एक तिहाई भारतीयों को पता है कि वो ज्यादा नमक खा रहे हैं लेकिन उन्हें इससे होने वाले नुकसान का अंदेशा नहीं है


डॉक्टर ने बताया इन फूड्स को टॉक्सिक 

डॉ सुदीप खन्ना गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट, अपोलो अस्पताल दिल्ली बताते हैं कि घर के खाने में तेल, नमक और चीनी को कंट्रोल करना आपके हाथ में है लेकिन बड़ा खतरा पैक्ड फूड से है. एक एनजीओ नापी (Nutrition Advocacy for Public Interest- NAPi) ने सितंबर में भारत में बहुत बिकने वाले 43 पैकेट वाले फूड्स का एनालिसिस किया जिसमें पता चला है कि नमक, चीनी या फैट की मात्रा जरूरत से ज्यादा है. रेडी टू इट जैसे केक, पेस्ट्री, चिप्स, बिस्कुट, इंस्टेंट नूडल्स, सॉफ्ट ड्रिंक्स आदि इसी श्रेणी में आते हैं. 


रोज थाली में शामिल करें ये चीजें

अंकिता न्यूट्रीशनिस्ट, अपोलो अस्पताल, दिल्ली बताती हैं कि भारत में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन हर उम्र के हिसाब से सेहतमंद खाने की थाली में क्या होना चाहिए, उसकी जानकारी देता है. इसके मुताबिक एक आम वयस्क की थाली में दिन भर में सब्जियां 350 ग्राम, फल 150 ग्राम, दालें, बीन्स, अंडे, मीट की मात्रा 90 ग्राम, ड्राई फ्रूट्स 30 ग्राम, तेल और घी – 27 ग्राम, सभी तरह का अनाज आटा, चावल, मक्का, ज्वार आदि कुल मिलाकर – 240 ग्राम, होना चाहिए.