ओरल हेल्थ का मतलब है समग्र स्वास्थ्य, जो न केवल आपके दांतों को बल्कि आपके सामान्य स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है. हानिकारक बैक्टीरिया के कारण ओरल हेल्थ खराब होने लगती है. जिसमें मसूड़ों से खून बहने लगता है और कई सिस्टेमेटिक बीमारियों जैसे कार्डियो वैस्कुलर डिजीज, मधुमेह, गर्भावस्था और पुरानी सूजन जैसे रूमेटॉइड गाउट आदि समस्याएं होती हैं. दांतों की सड़न और मसूड़ों की बीमारी जैसी दंत समस्याएं आपके खाने और बोलने की क्षमता को प्रभावित कर सकती हैं और मानसिक स्वास्थ्य में भी गिरावट आ सकती है. हम अच्छी ओरल हाइजीन बनाए रखकर अपनी सेहत का ध्यान अच्छे से रख सकते है.


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Oral Health Tips: एक्सपर्ट द्वारा ओरल हेल्थ टिप्स


मानव रचना संस्थान के दंत विभाग के प्रिंसिपल डॉ अरुणदीप सिंह बताते हैं कि अच्छी दंत स्वच्छता के महत्वपूर्ण तत्वों में फ्लोराइड टूथपेस्ट के साथ दो मिनट के लिए अपने दांतों को दिन में दो बार ब्रश करना, नियमित रूप से फ्लॉसिंग करना और वर्ष में कम से कम दो बार दंत चिकित्सक से परामर्श करना शामिल है. सही ब्रश करने की तकनीक के बारे में जागरूकता ओरल हाइजीन का एक अभिन्न अंग है और इसे डेंटल एक्सपर्ट द्वारा रोगियों को सीखाया जाना चाहिए ताकि गर्म और ठंडे खाद्य पदार्थों के प्रति संवेदनशीलता से बचा जा सके.


ओरल प्रोफिलैक्सिस की नियमित रूप से जरूरत होती है. आहार उतना ही महत्वपूर्ण है, जितना कि अपने दांतों को ब्रश करना और ओरल हेल्थ की गुणवत्ता में सुधार करना. आपको बता दें कि आपका मुंह आपके संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए एक खिड़की की तरह काम करता है.


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