Hibiscus Tea: कई फायदों वाली है गुड़हल की चाय, बीपी कंट्रोल करने के साथ ही वजन भी करती है कम
कैफीन और कैलोरीज से फ्री गुड़हल की चाय एक हर्बल टी है जो सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद है. यहां जानें इसे बनाने का तरीका और किन बीमारियों से बचाने में मददगार है हिबिस्कस टी.
ब्लड प्रेशर कम करती है गुड़हल की चाय
जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में साल 2010 में प्रकाशित एक स्टडी की मानें तो जिन लोगों में हाई ब्लड प्रेशर का खतरा ज्यादा है उनमें ब्लड प्रेशर कम करने में मदद करती है गुड़हल की चाय. इसके अलावा 2015 में प्रकाशित हुई एक अन्य स्टडी में भी यह बात सामने आयी कि गुड़हल की चाय पीने से सिस्टोलिक और डाइसिस्टोलिक दोनों तरह का ब्लड प्रेशर कम होता है. हालांकि इसे पीने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें.
कोलेस्ट्रॉल घटाती है हिबिस्कस टी
साल 2011 में एक स्टडी पब्लिश हुई जिसमें ब्लैक टी और हिबिस्कस टी की तुलना की गई यह देखने के लिए किसका सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल लेवल ज्यादा कम होता है. एक स्टडी में 60 लोगों को गुड़हल की चाय और ब्लैक टी पीने के लिए दी गई. 1 महीने बाद पता चला कि जिन लोगों ने गुड़हल की चाय पी थी उनके शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स में कमी आयी जबकि गुड कोलेस्ट्रॉल (एचडीएल) में बढ़ोतरी हुई.
वेट लॉस में मददगार है गुड़हल की चाय
ढेरों स्टडीज में यह बात साबित हो चुकी है कि गुड़हल की चाय वजन घटाने में मदद करती है और मोटापे से बचा सकती है. एक स्टडी में 36 ओवरवेट लोगों को हिबिस्कस का अर्क दिया गया. 12 हफ्ते बाद के नतीजों से पता चला कि हिबिस्कस के अर्क की वजह से उन लोगों का बॉडी वेट, बॉडी फैट और बॉडी मास इंडेक्स तीनों में कमी आयी.
कैंसर से बचाने में मदद कर सकती है हिबिस्कस टी
हिबिस्कस में पॉलिफेनॉल्स पाया जाता है. यह एक ऐसा कम्पाउंड है जिसमें एंटी-कैंसर प्रॉपर्टीज पायी जाती हैं. टेस्ट ट्यूब स्टडी में कैंसर कोशिकाओं को मारने में गुड़हल के अर्क के बेहतरीन नतीजे मिले हैं. प्रोस्टेट कैंसर, पेट का कैंसर समेत कई तरह के कैंसर में फायदेमंद साबित हो सकती है गुड़हल की चाय.
बैक्टीरिया से लड़ने में मददगार है गुड़हल की चाय
ब्रॉन्काइटिस से निमोनिया और यूटीआई जैसी बीमारियां बैक्टीरिया की वजह से ही होती हैं. ऐसे में एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-कैंसर प्रॉपर्टीज से भरपूर गुड़हल बैक्टीरिया के कारण होने वाले इंफेक्शन को भी रोकने में मदद कर सकता है. ई.कोलाई बैक्टीरिया जिसकी वजह से पेट में गैस और डायरिया जैसी बीमारी होती है उसे भी रोकने में मदद कर सकता है गुड़हल.
कैसे बनाएं गुड़हल की चाय?
गुड़हल के फूल को सुखा लें और फिर उसे एक टी पॉट में डालें और ऊपर से उबलता हुआ पानी डालें. 5 मिनट तक ढंक कर रखें. 5 मिनट के बाद आप इसे छानकर पी लें. आप चाहें तो इसे हल्का मीठा करने के लिए शहद भी डाल सकते हैं. आप चाहें तो गुड़हल की चाय को गर्म या ठंडा जैसे पसंद हो वैसे पी सकते हैं.
(नोट: किसी भी उपाय को करने से पहले हमेशा किसी विशेषज्ञ या चिकित्सक से परामर्श करें. Zee News इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)