वजन ज्यादा है तो फिजियोथेरेपी कर सकता है आपकी मदद
सेहत के लिहाज से खान-पान की गलत आदतों के कारण आजकल लोगों का वजन बढ़ना आम बात हो गई है. इस पर अंकुश लगाने के लिए वजन प्रबंधन का नजरिया अपनाना बेहद कारगर साबित हो सकता है.
नई दिल्ली : सेहत के लिहाज से खान-पान की गलत आदतों के कारण आजकल लोगों का वजन बढ़ना आम बात हो गई है. इस पर अंकुश लगाने के लिए वजन प्रबंधन का नजरिया अपनाना बेहद कारगर साबित हो सकता है.
स्वस्थ जीवनशैली के लिए वजन प्रबंधन लंबे समय तक चलने वाली प्रक्रिया है, जिसमें पौष्टिक खान-पान और शारीरिक व्यायाम का संतुलन बनाकर चला जाता है. इस प्रक्रिया के लिए यह जानना जरूरी है कि आपके शरीर को वास्तव में किस चीज की जरूरत है?
'हेल्थकेयर एट होम' के प्रमुख फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. गगन कपूर का कहना है कि वजन प्रबंधन अधिक खान-पान और कम खान-पान दोनों को नियंत्रित कर सकता है. जहां तक फिजियोथेरेपी का सवाल है, यह स्वास्थ्य से जुड़ी कई तरह की स्थितियों, संचलन से जुड़ी अनियमितताओं का आकलन करता है और उनकी पहचान, इलाज तथा रोकथाम करता है. अब फिजियोथेरेपी वजन प्रबंधन भी करता है.
नियमित रूप से फिजियोथेरेपी के जरिए वजन कम होने को रोका जा सकता है. वजन से जुड़ी शारीरिक व मनोवैज्ञानिक जटिलताओं से निपटने में ये काफी कारगर साबित होते हैं और वजन प्रबंधन में अहम भूमिका निभाते हैं.
फिजियोथेरेपिस्ट्स का मानना है कि हाइड्रोथेरेपी के तरीकों से केवल आठ हफ्ते में वजन कम करने में मदद मिल सकती है। उनकी सलाह ये भी रहती है कि जब यह प्रक्रिया पूरी हो जाए, उसके बाद भी सुरक्षित व पौष्टिक खान-पान ही जारी रखना होगा. इस थेरेपी के जरिए रक्त संचरण का स्तर भी बेहतर कर सकते हैं.
वजन कम करने के लिए जहां एक ओर कार्डियोवस्कुलर जैसे व्यायाम, टहलना और साइकिल चलाना बहुत अच्छा होता है, खान-पान का भी उतना ही महत्व है. प्रोटीन, कम वसा वाले डेयरी उत्पाद, साबुत अनाज, फल और हरी पत्तीदार सब्जियां फिजियोथेरेपी के दौरान लेते रहना जरूरी है.