प्रेग्नेंसी एक अद्वितीय अनुभव है. जिसकी समानता किसी भी एहसास से नहीं की जा सकती है. लेकिन गर्भावस्था के दौरान कई शारीरिक व मानसिक बदलाव आते हैं. जिनके साथ संतुलन बनाने में महिला को काफी तनाव का भी सामना करना पड़ सकता है. यह तनाव गर्भ में पल रहे शिशु के लिए खतरनाक हो सकता है. इसलिए प्रेग्नेंसी में मेडिटेशन करना चाहिए. जिससे महिला का मानसिक तनाव कम होगा, इम्युनिटी बढ़ेगी और प्रीमैच्योर बर्थ का खतरा भी कम होगा.


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प्रेग्नेंसी में मेडिटेशन करने का सही तरीका क्या है? (Right Way to do Meditation in Pregnancy)
गर्भावस्था में ध्यान लगाने के लिए आप निम्नलिखित तरीका अपना सकते हैं. जैसे-


  1. सबसे पहले आपको आरामदायक जगह ढूंढनी चाहिए. जहां पर आप आसानी से ध्यान लगा सकें. यह जगह शांत, सामान्य तापमान और कम रोशनी वाली होनी चाहिए. आप सुबह के समय घर के बाहर, पार्क, गार्डन या छत पर ध्यान लगा सकती हैं.

  2. मेडिटेशन करने के लिए आपको सांस पर काबू पाना होता है. सबसे पहले आप आंखों को बंद करके अपने ध्यान को कंट्रोल करने की कोशिश करें और फिर गहरी और लंबी सांस लेना शुरू करें. धीरे-धीरे अपने शरीर को रिलैक्स करें.

  3. सांस लेते हुए आप पहले गहरी सांस लें और फिर कुछ देर सांस को रोककर उसे मुंह से छोड़ें. इससे शरीर में पर्याप्त ऑक्सीजन जाएगी. मुंह से सांस छोड़ते हुए 'ओम' का उच्चारण करें और इसे उत्पन्न हुई तरंगों को महसूस करें.

  4. सिर्फ एक दिन मेडिटेशन करने से लाभ नहीं मिलेगा. क्योंकि, शुरुआत में अपने विचारों पर काबू पाने में आपको काफी मुश्किलें आएगी. आपके दिमाग में जो विचार आ रहे हैं, उन्हें आने और जाने दें. उन्हें बांधने या उनके बारे में सोचने की कोशिश ना करें.


यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.