दिग्गज अभिनेत्री कविता चौधरी का हाल ही में कार्डियक अरेस्ट ने निधन हो गया. इस खबर ने उनके प्रशंसकों और सहयोगियों को शोक में डुबो दिया है. कविता चौधरी के निधन से न केवल मनोरंजन जगत को गहरा सदमा पहुंचा है, बल्कि यह महिलाओं में दिल की बीमारी के खतरे को भी रेखांकित करता है. 


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कविता चौधरी को 1989 के टेलीविजन धारावाहिक 'उड़ान' में कल्याणी सिंह की उनकी प्रतिष्ठित भूमिका के लिए जाना जाता था. उनके निधन के बाद, यह समझना महत्वपूर्ण है कि महिलाओं को दिल की बीमारी का खतरा अधिक क्यों होता है और इससे बचाव के क्या उपाय हैं.


महिलाओं में दिल की बीमारी के रिस्क फैक्टर
महिलाओं की सेहत के लिए दिल की बीमारी एक महत्वपूर्ण खतरा है, इसकी व्यापकता में कई रिस्क फैक्टर योगदान करते हैं. हाई ब्लड प्रेशर को अक्सर महिलाओं में कम करके आंका जाता है, लेकिन यह दिल की बीमारी और स्ट्रोक के खतरे को काफी बढ़ा देता है. इसके अलावा, हाई एलडीएल कोलेस्ट्रॉल, धूम्रपान, डायबिटीज, मोटापा, अनहेल्दी डाइट, व्यायाम की कमी, ज्यादा शराब का सेवन, तनाव और डिप्रेशन जैसे रिस्क फैक्टर को और बढ़ा देते हैं. जल्दी पीरियड्स शुरू होना, मेनोपॉज, और पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम और जेस्टेशनल डायबिटीज जैसी कुछ प्रजनन हेल्थ फैक्टर भी महिलाओं के हृदय स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं.


पुरुषों और महिलाओं में दिल की बीमारी के बीच अंतर
- मेनोपॉज से पहले, एस्ट्रोजन महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करता है, लेकिन मेनोपॉज के बाद दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है.
- डायबिटिक महिलाओं में दिल की बीमारी के लिए अधिक खतरा है.
- धूम्रपान, लक्षण, डायग्नोस और उपचार के नतीजे भी पुरुषों और महिलाओं में अलग-अलग हो सकते हैं.


जागरूकता और गलतफहमियों को दूर करना जरूरी
दिल की बीमारी महिलाओं में मौत का प्रमुख कारण है, लेकिन स्तन कैंसर की तुलना में इसकी जागरूकता कम है. गलत धारणाएं और जानकारी की कमी देर से पता लगना और अपर्याप्त रोकथाम प्रयासों का कारण बनती हैं.


रोकथाम की रणनीतियों और स्वस्थ आदतों को अपनाना
नियमित रूप से ब्लड प्रेशर की जांच, डायबिटीज की जांच, धूम्रपान छोड़ना, कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल, शारीरिक एक्टिविटी, हेल्दी डाइट, शराब का सेवन कम करना, तनाव कम करना और वजन कंट्रोल करना महिलाओं के लिए जरूरी हैं.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.