खुशहाल और हेल्दी जीवन जीने के लिए आपको एक अच्छी लाइफस्टाइल फॉलो करनी चाहिए. अच्छी लाइफस्टाइल नियमित तौर पर एक्सरसाइज, संतुलित डाइट, हेल्दी माइंड और स्वच्छता से आती है. लेकिन जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ने लगती है, तो त्वचा, मांसपेशियां और हड्डियां कमजोर पड़ने लगती हैं. हड्डियों के कमजोर होने से गठिया (आर्थराइटिस) और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियां पकड़ सकती हैं. ऐसे में आपको हड्डियां मजबूत रखनी चाहिए. आज हम आपको कुछ कारण बताएंगे, जिससे हड्डियां कमजोर हो जाती हैं. इनके बारे में आपको जरूर जानना चाहिए.


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कैल्शियम की कमी
शरीर में कैल्शियम और विटामिन डी की कमी से हड्डियां कमजोर होने लगती हैं. ऐसे में आपको कैल्शियम से भरपूर डाइट लेनी चाहिए. दूध, कीवी, नारियल, आम, जायफल, अनानास और सीताफल में खूब कैल्शियम होता है. इन्हें आप अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं.


ऑस्टियोपोरोसिस
पहले से कमजोर हड्डियों में कई बीमारियां पकड़ सकती है, जिनमें से एक ऑस्टियोपोरोसिस भी है. इसके कारण कमर, रिस्ट और कूल्हों में फ्रैक्चर हो सकता है. इस स्थिति में डॉक्टर विटामिन-डी से भरपूर फूड्स खाने की सलाह देते हैं. गाय का दूध और दही विटामिन डी के बेस्ट सोर्स हैं. रोजाना आप एक गिलास गाय का दूध लें, इससे आपको पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी मिल सकता है.


थायरॉयड
थायरॉयड के शिकार लोग कमजोर हड्डियों की समस्या से जूझते हैं. इसलिए थायरॉयड के मरीजों के एक संतुलित डाइट लेनी चाहिए.


इटिंग डिसऑर्डर
कई लोग इटिंग डिसऑर्डर यानी एनोरेक्सिया से पीड़ित होते हैं, जिससे हड्डियां कमजोर पड़ जाती है. अगर सही समये पर इसका इलाज नहीं कराया तो, आर्थराइटिस या ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियां हो सकती है.


दवाएं
कॉर्टिकोस्टेरॉइड की दवाएं हड्डियों को कमजोर बनाती हैं. अगर आप लंबे समय तक इसकी दवाई खाते हैं, तो ऑस्टियोपोरोसिस होने का खतरा रहता है.


Disclaimer:
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. हालांकि इसकी नैतिक जिम्मेदारी ज़ी न्यूज़ हिन्दी की नहीं है. हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें. हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है.