क्या है वेजाइनल कैंसर? औरतों के लिए कितना है खतरनाक? सर्वाइकल और योनि कैंसर में है जमीन-आसमान का अंतर
What is Vaginal Cancer: हाल में ही कृष्ण कुमार की बेटी तिशा कुमार ने कैंसर से जंग हार दी. सिर्फ 21 साल की उम्र में वह इस दुनिया को अलविदा कह गईं. वहीं, दूसरी ओर हिना खान भी ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रही हैं. कैंसर जैसी बीमारी का नाम सुनकर ही इंसान टूट जाता है. चलिए आज आपको वजाइनल कैंसर के बारे में बताते हैं. वेजाइनल कैंसर कैसे सर्वाइकल कैंसर से अलग है और क्या लक्षण होते हैं.
कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसका नाम सुनकर भी डर लगता है. आज भी दुनियाभर में इस बीमारी के चलते लोग जान गंवाते हैं. बात जब कैंसर की हो तो महिलाओं को इस मामले में ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है. ब्रेस्ट कैंसर से लेकर सर्वाइकल कैंसर तक... औरतों के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है. ठीक इसी तरह महिलाओं में वेजाइनल कैंसर भी होने की संभावना होती है. चलिए डॉक्टर की मदद से समझते हैं आखिर वेजाइनल कैंसर क्या होता है. कैसे इससे बचा जाए.
शारदा अस्पताल के ऑन्कोलॉजी डिपार्टमेंट के सीनियर कंसल्टेंट और HOD, डॉक्टर अनिल ठकवानी ने वेजाइनल कैंसर के बारे में विस्तार से बातचीत की. यहां उन्होंने ट्रीटमेंट और लक्षण जैसी जरूरी बातों के बारे में भी बताया. तो बता दें वेजाइना कैंसर ये योनि की परत वाली कोशिकाओं में होता है.ये वो हिस्सा है जो देखने में ट्यूब जैसा होता है. ये गर्भाशय (सर्विक्स) के निचले हिस्से और जांघों को जोड़ता है.
वेजाइनल कैंसर और सर्वाइकल कैंसर में अंतर
वेजाइनल कैंसर और सर्वाइकल कैंसर को लेकर अक्सर लोग भ्रम में रहते हैं. लेकिन ये दोनों अलग अलग है. वेजाइनल कैंसर को योनि कैंसर भी कहते हैं. वेजाइना बाहर वाले पार्ट को कहते हैं. जबकि सर्विक्स पार्ट में सर्वाइकल कैंसर होता है. इसे तस्वीर में समझा जा सकता है. योनि कैंसर का अगर समय से पता चल जाए तो रिकवर होने में ज्यादा परेशानी नहीं होती लेकिन अगर ये एडवांस लेवल पर हो तो काफी मरीज को काफी दिक्कत फेस करनी पड़ती है.
योनि कैंसर होने के कारण
योनि कैंसर. एक रेयर बीमारी है. आमतौर पर ये वेजाइना की बाहरी कोशिकाओं से शुरू होता है. हालांकि एकदम सही-सही कारण आज भी बताया नहीं जा सकता है. हालांकि सबसे बड़ा कारण होता है ह्यूमन पैपिलोमा वायरस इंफेक्शन (एचपीवी). 60 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं में भी ये कैंसर आम हो जाता है. तीसरा कारण, अगर पहले कभी यूट्रस से जुड़ा कैंसर रहा हो तो भी संभव है कि दोबारा वेजाइना कैंसर हो जाए. इसके अलावा धूम्रपान भी कैंसर की वजह बन सकता है.
क्या वेजाइनल कैंसर ठीक हो सकता है? Survival Rate
वेजाइनल कैंसर की सर्वाइवल रेट इसके स्टेज पर आधारित है. 'अमेरिकन कैंसर सोसाइटी' के मुताबिक, अगर शुरुआती लेवल पर है तो 75%, अगर फैसला शुरू हो चुका है यानी दूसरे स्टेज पर 51% और तीसरे स्टेज या एडवांस स्टेज पर इससे बचने के चांस 18% तक रह जाते हैं.
योनि कैंसर के लक्षण (Vaginal Cancer Symptoms)
असामान्य रूप से ब्लिडिंग (फिजिकल रिलेशन या मेनोपॉज के बाद)
वेजाइना से पानी जैसा निकलना
वेजाइन में कोई गांठ होना
पेशाब में जलन
बार-बार पेशाब आना
वेजाइनल कैंसर रिकवरी
वेजाइनल कैंसर से रिकवरी इसके इलाज पर आधारित है. इसके ट्रीटमेंट ऑप्शन की बात करें तो सर्जरी, रेडिएशन और कीमोथेरेपी शामिल है. शुरुआती स्टेज के कैंसर का इलाज सिर्फ सर्जरी से किया जा सकता है, जबकि एडवांस स्टेज में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है.