Gym Heart Attack: आजकल अधिकतर जिम जाने वाले फिटनेस फ्रीक लोगों की हार्ट अटैक से मौत हो रही है. जिससे लोगों के मन में कई सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर जिम करने और इतना फिट रहने के बाद भी हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट कैसे आ सकता है? कई बड़ी हस्तियों का निधन हार्ट अटैक से हुआ जो जिम जाने के साथ ही फिटनेस फ्रीक भी थे. एक साल पहले टीवी के सबसे फिट एक्टर्स में से एक सिद्धार्थ शुक्ल का भी हार्ट अटैक से निधन हो गया था. आज इस आर्टकिल में हम जानेंगे कि फिट होने के बावजूद भी लोग हार्ट अटैक का शिकार क्यों हो रहे हैं. 


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क्या है हार्ट अटैक की असली वजह-


विशेषज्ञों का मानना है कि 40 से अधिक उम्र के हर व्यक्ति को दिल की बीमारी होने की संभावना होती है. 40 के बाद लोगों में डायबिटीज और ब्लड प्रेशर की समस्या भी होने लगती है. ऐसा माना जाता है कि जिन लोगों को दिल से जुड़ी कोई भी समस्या होती है, उनके लिए दौड़ना या तेज चलना घातक हो सकता है. अगर व्यकित को डायबिटीज और ब्लड प्रेशर की शिकायत हो तो उनमें दौड़ने से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. ऐसा इसलिए है कि दिल की धमनियों में एरीथेमैटस प्लार्क (वसा की जमावट) अत्यधिक व्यायाम करने से फटने लगती है जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. एक्सपर्टस सलाह देते हैं कि व्यक्ति को अपनी उम्र को ध्यान में रखकर ही एक्सरसाइज करनी चाहिए. 


इन कारणों पर भी दें ध्यान- 


1. अगर व्यक्ति को असामान्य तनाव और नींद की समस्या है तो ऐसे में ज़्यादा सावधानी बरतनी चाहिए. आजकल के हेक्टिक लाइफस्टाइल के चलते लोग नींद कम और स्ट्रेस ज्यादा लेते हैं. इससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है. मानसिक तनाव भी कार्डियक अरेस्ट का कारण हो सकता है. इसलिए ऑफिस में तनाव में नहीं बल्कि काम को एंज्वाय करके करना चाहिए. 


2. वहीं कई बार हार्ट अटैक आने के पीछे फॅमिली हिस्ट्री भी एक बहुत बड़ी वजह हो सकती है. अगर आपके फॅमिली में दिल से जुड़ी बीमारियों का इतिहास रहा है तो आपको अपनी सेहत का खास ख्याल रखना चाहिए. 


3. आपके शरीर में सबसे महत्वपूर्ण है दिल और दिल के लिए नशा खतरनाक है. ज़्यादा शराब पीना, धूम्रपान और ड्रग्स के सेवन से दिल कमजोर हो जाता है. अक्सर लोग दिल से जुड़ी बीमारियों के लक्षण दिखने के बाद भी उसे नजरअंदाज करते हैं. इसलिए समय रहते हेल्थ चेकअप जरूर कराएं. साथ ही अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करें. नारात्मर चीजों से दूर रहें और अपनी एनर्जी पॉज़िटिव चीज़ों में लगाएं.  


Disclaimer: इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. हालांकि इसकी नैतिक जिम्मेदारी ज़ी न्यूज़ हिन्दी की नहीं है. हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें. हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है.