विशाखापट्टनम: जहरीली गैस के रिसाव से अब तक 11 लोगों की हुई मौत, कई लोग सड़कों पर हुए बेहोश
प्लांट से गैस का रिसाव एक बार फिर शुरू हो गया है. जानकारी के मुताबिक हालात पर काबू पाने में कुछ घंटों का समय लग सकता है.
विशाखापट्टनम: आज तड़के करीब 2:30 बजे एक फार्मा कंपनी के प्लांट में जहरीली गैस लीक होने से एक बच्चे समेत 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है. NDRF ने इसकी पुष्टि की है. हादसे के बाद 1000 से अधिक लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया है. इस गैस लीक से 3-4 किमी. का इलाका प्रभावित हुआ है. एहतियातन 6 गांवों को खाली करा लिया गया है. प्लांट से जो गैस लीक हुई है, उसका नाम स्टाइरिन बताया जा रहा है. अब खबर आ रही है कि प्लांट से गैस का रिसाव एक बार फिर शुरू हो गया है. जानकारी के मुताबिक हालात पर काबू पाने में कुछ घंटों का समय लग सकता है.
बता दें कि विशाखापट्टनम के आर.आर. वेंकटपुरम गांव में रात करीब ढाई बजे एल.जी पॉलिमर उद्योग में रासायनिक गैस लीक हो गई. इस कारण वहां मौजूद लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद अस्पताल ले जाया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने हालात का जायजा लेने के लिए आपदा प्रबंधन की बैठक बुलाई है.
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पीएम मोदी ने ट्ववीट कर लिखा, 'मैंने विशाखापट्टनम की स्थिति के बारे में MHA (गृह मंत्रालय) और NDMA (राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण) के अधिकारियों से बात की है जिस पर कड़ी नज़र रखी जा रही है. मैं विशाखापट्टनम में सभी की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रार्थना करता हूं.' पीएम नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के सीएम वाई.एस. जगनमोहन रेड्डी से बातचीत की है. उन्होंने सभी मदद और सहायता का आश्वासन दिया.
गृह मंत्री अमित शाह ने भी ट्वीट कर बताया है कि इस घटना पर नजर रखी जा रही है. अमित शाह ने ट्वीट किया, 'विशाखापट्टनम में हुई घटना परेशान करने वाली है. NDMA के अधिकारियों और संबंधित अधिकारियों से बात की। हम स्थिति पर लगातार और बारीकी से नजर रख रहे हैं. मैं विशाखापट्टनम के लोगों के अच्छे होने की प्रार्थना करता हूं.'
स्टाइरिन गैस का शरीर पर असर
- सांस लेने में परेशानी
- शरीर पर रैशेज
- आखों में जलन
- उल्टी
- बेहोशी
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स्टाइरिन गैस कितनी ख़तरनाक?
- ये गैस प्लास्टिक, पेंट, टायर जैसी चीज़ें बनाने में इस्तेमाल
- शरीर में जाने से जलन, सेंट्रल नर्वस सिस्टम पर सीधा असर
- स्टाइरीन गैस बच्चों, सांस से मरीज़ों के लिए बेहद ख़तरनाक
ऐसी स्थिति में क्या बरतें सावधानी
- दौड़ना बिलकुल नहीं चाहिए
- मुंह के ऊपर गीला कपड़ा रखना चाहिए
- मरीज को लिटाकर लंबी-लंबी सांस दिलवानी चाहिए, यदि वो सांस न ले पाए तो ऑक्सीजन की सहायता लेनी चाहिए
बताया जा रहा है कि जब गैस लीक हुई तब लोगों को घबराहट होनी शुरू हुई और सांस लेने में दिक्कत हुई. अभी गैस लीक होने की वजह का पता नहीं चल सका है.
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने घटना के बारे में जानकारी ली है और जिला कलेक्टर को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि प्रभावित लोगों को उचित इलाज मिले.