12 साल के बच्चे ने बहादुरी दिखाते हुए रोका रेल हादसा, बचाई सैकड़ों यात्रियों की जान
बिहार के बगहा में एक 12 साल के बच्चे की बहादुरी और सूझबूझ से सैकड़ों यात्रियों की जान बच गई.
नई दिल्ली: बिहार के बगहा में एक 12 साल के बच्चे की बहादुरी और सूझबूझ से सैकड़ों यात्रियों की जान बच गई. उसने ट्रैक को टूटे देखा तो तुरंत गेटमैन के पास दौड़कर पहुंचा और पूरी बात बताई. जिसके बाद ट्रैक पर आ रही पैसेंजर ट्रेन 55072 गोरखपुर-नरकटियागंज को रुकवा दिया गया. मामले की सूचना जैसे ही मिली वैसे ही आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और पटरी को सुधारा गया.
मीडिया खबरों के मुताबिक, अवसानी हॉल्ट के पास से 12 साल का भीम गुजर रहा था, जहां उसकी नजर टूटी हुई पटरी पर पड़ी. भीम ने मीडिया को बताया, कि पहले उसने सोचा कि वो खुद ट्रेन रुकवाए लेकिन इसके लिए समय नहीं था. वो दौड़कर गेटमैन के पास गया और उसे टूटी पटरी की जानकारी दी, जिसके बाद ट्रेन को रुकवा दिया गया. भीम की बहादुरी के कारण सैकड़ों पैसेंजर्स की जान बच गई. उन्हें भी जब भीम और उसके द्वारा उनकी जान बचाए जाने की बात पता चली तो वे भी ट्रेन से उतरे और बच्चे को शाबाशी दी.
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भीम ने बताया कि वो कई साल पहले वो सुखपुरवा गांव में अपने एक रिश्तेदार के पास गया था. वहां एक लड़के की काफी चर्चा थी, जिसने हिम्मत दिखाते हुए बड़े रेल हादसे को होने से रोका था. तभी से भीम के मन में भी था कि वो भी बहादुरी का ऐसा कोई काम करेगा. सोमवार को जब उसे पटरी टूटी दिखी तो उसे सालों पुरानी बात याद आ गई और वो तुरंत एक्शन में आ गया.
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पीडब्ल्यूआई के एक अधिकारी ने ट्रैक के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ज्यादा ठंड के कारण पटरी टूटने के मामले सामने आते हैं. इस बार भी यही कारण था. उन्होंने आगे मामले की जांच करवाए जाने की भी बात कही.