यूं तो तोहफे की कोई कीमत नहीं होती लेकिन फिर भी बहुत से लोग इतने महंगे-महंगे तोहफे देते हैं जो चर्चा का विषय बन जाते हैं. हाल ही में पंजाब के एक कारोबारी ने अपने ठेकेदार को 1 करोड़ रुपये की घड़ी गिफ्ट में दी है. लंदन में रहने वाले उद्योगपति गुरदीप देव बाथ अपने ठेकेदार राजिंदर सिंर रूपरा के द्वारा तैयार किए गए उनके खास प्रोजेक्ट से बहुत खुश थे. जिसके बदले में उन्होंने यह बेशकीमती तोहफा दिया है. बताया जा रहा है कि गुरदीप सिंह बाथ ने रूपरा को यह तोहफा उसके द्वारा बनाई गई भव्य 9 एकड़ की संपत्ति पर उसके असाधारण काम के लिए दी गई है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

क्या है घड़ी में खास?
विशाल संपत्ति का निर्माण करवाने वाले गुरदीप देव बाथ ने कहा कि ठेकेदार राजिंदर सिंह रूपरा की 'गुणवत्ता, डिलीवरी की रफ्तार और विवरण पर सावधानीपूर्वक ध्यान' के प्रति प्रतिबद्धता ने उन्हें यह भाव दिखाने के लिए प्रेरित किया. 18 कैरेट पीले सोने से बनी यह घड़ी, रोलेक्स ऑयस्टर परपेचुअल स्काई-ड्वेलर, एक सिग्नेचर ऑयस्टर ब्रेसलेट है, जिसे मजबूत सोने के लिंक से तैयार किया गया है. इसमें शैंपेन के रंग का डायल भी है. ठेकेदार राजिंदर सिंह रूपा द्वा बनाई गई संपत्ति की बात करें तो पंजाब के जीरकपुर के पास यह परियोजना एक आधुनिक किले की तरह दिखती है. पंजाब के शाहकोट के ठेकेदार रूपरा ने दो साल की अवधि में इस विशाल संपत्ति को समय पर पूरा करने के लिए 200 से ज्यादा मजदूरों के दैनिक कार्यबल का प्रबंधन किया. 


उम्मीद से ज्यादा दिया:
बाथ का कहना है,'यह महज एक घर नहीं है; यह भव्यता का एक बयान है, जिसे कालातीत लालित्य को दर्शाने के लिए सावधानीपूर्वक डिज़ाइन में बनवाया गया है.' उन्होंने कहा,'समयसीमा के प्रति उनके वादे, साथ ही अन्य चीजों के प्रति उनकी उल्लेखनीय नज़र ने मुझे जितना चाहिए था, उससे कहीं ज़्यादा दिया.' उन्होंने आगे कहा कि रूपरा ने न सिर्फ पूरे प्रोजेक्ट में परिवार की उम्मीदों को पूरा किया बल्कि और बेहतर डिलीवर किया है. 


बिल्कुल भी आसान नहीं था काम:


इस घर में एक बड़ा हॉल, सावधानीपूर्वक लैंडस्केप किए गए बगीचे और वास्तुशिल्प जैसे डिजाइन शामिल हैं जो इस स्थान पर शैली और व्यावहारिकता दोनों लाते हैं. ठेकेदार रूपरा ने कहा कि इतने बड़े प्रोजेक्ट पर काम करना चुनौती और एक सम्माननीय अनुभव दोनों था. उन्होंने इस स्तर के प्रोजेक्ट का निर्माण करना कोई आसान काम नहीं है, खासकर वह संपत्ति जो राजस्थानी किलों की भावना को मूर्त रूप देती हो.