Aditya L1 की `आंखों` का कमाल, कैप्चर की सूर्य की अनदेखी तस्वीर, ISRO ने फिर रचा इतिहास
Aditya L1 Pics: चंद्रयान-3 मिशन की बड़ी सफलता के बाद पूरी दुनिया की नजर ISRO के आदित्य एल1 मिशन पर टिकी हुई है. ISRO ने आज शुक्रवार को आदित्य एल1 की बड़ी उपलब्धि के बारे में जानकारी शेयर की है.
Aditya L1 Pics: चंद्रयान-3 मिशन की बड़ी सफलता के बाद पूरी दुनिया की नजर ISRO के आदित्य एल1 मिशन पर टिकी हुई है. ISRO ने आज शुक्रवार को आदित्य एल1 की बड़ी उपलब्धि के बारे में जानकारी शेयर की है. आदित्य एल1 के SUIT पेलोड ने सूर्य की चौंका देने वाली तस्वीरें कैप्चर की हैं. ISRO ने बताया कि SUIT पेलोड ने अल्ट्रवॉयलेट वेवलेंथ्स से सूर्य की फुल डिस्क इमेज क्लिक की है. इन तस्वीरों से सूर्य के फोटोस्फीयर-क्रोमोस्फीयर को समझने में आसानी होगी.
सूर्य की रेडिएशन कितनी खतरनाक?
ISRO ने कहा कि इन तस्वीरों से यह समझने में आसानी होगी कि सूर्य से निकलने वाली रेडिएशन का पृथ्वी पर क्या प्रभाव पड़ रहा है. इससे सोलर रेडिएशन के गलत प्रभावों को कम करने या रोकने में आसानी होगी. इसरो के अनुसार आदित्य-एल1 अंतरिक्ष यान पर लगे ‘सोलर अल्ट्रावॉयलेट इमेजिंग टेलीस्कोप’ (एसयूआईटी) डिवाइस ने 200-400 एनएम तरंगदैर्ध्य रेंज में सूर्य की ये पहली फुल-डिस्क तस्वीरें कैप्चर की हैं.
6 दिसंबर को क्लिक हुईं तस्वीरें
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अनुसार, एसयूआईटी ने अलग-अलग वैज्ञानिक फिल्टर के इस्तेमाल से इस तरंगदैर्ध्य रेंज में सूर्य के प्रकाशमंडल और वर्णमंडल की तस्वीरें कैप्चर कीं. इसरो ने एक बयान में शुक्रवार को कहा, '20 नवंबर, 2023 को, एसयूआईटी डिवाइस को चालू किया गया था. दूरबीन ने छह दिसंबर, 2023 को पहली प्रकाश विज्ञान तस्वीरें लीं.'
वैज्ञानिकों को मिलेगी बड़ी मदद
इसरों ने इन तस्वीरों को अभूतपूर्व करार देते हुए कहा कि उन्हें 11 अलग-अलग फिल्टर का इस्तेमाल करके कैप्चर किया गया था. इसरो ने कहा, “तस्वीरों में सीए II एच (क्रोमोस्फेरिक उत्सर्जन से संबंधित) को छोड़कर, 200 से 400 एनएम तक की तरंग दैर्ध्य में सूर्य की पहली पूर्ण-डिस्क प्रेजेंटेशन शामिल है.” इन तस्वीरों में सनस्पॉट, प्लेज और शांत सूर्य क्षेत्र शामिल हैं. जो वैज्ञानिकों को सूर्य के प्रकाशमंडल और क्रोमोस्फीयर के डिटेल को समझने में बड़ी मदद साबित हो सकते हैं.