मुंबई: दक्षिणी मुंबई में एक रेलवे स्टेशन के पास बृहस्पतिवार की शाम पैदल पार पुल का बड़ा हिस्सा ढह जाने के एक दिन बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने अरबों रुपयों की लागत वाली मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना को रद्द करने की मांग की है. पुल हादसे में छह लोगों की मौत हो गई और 31 घायल हो गए. 


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राकांपा के विधायक जितेंद्र अवहाद ने कहा कि उच्च गति वाली रेल परियोजना पर खर्च किए जा रहे धन को महानगरों और आसपास के उपनगरीय क्षेत्रों में रेल सुविधाओं का उन्नत करने में लगाना चाहिए. उच्च गति वाली रेल परियोजना भारत और जापान का संयुक्त उद्यम है. 


उन्होंने कहा कि बुलेट ट्रेन परियोजना को रद्द करना राकांपा के घोषणापत्र का हिस्सा होगा और पार्टी के सत्ता में आने के एक महीने के भीतर ही इसे बंद कर दिया जाएगा. 




अवहाद ने दावा किया, ‘‘ सरकार की मुख्य प्राथमिकता रेल सुविधाओं में सुधार होना चाहिए. अधिकारियों द्वारा एक-दूसरे पर दोषारोपण करना इसका हल नहीं है. हम बुलेट ट्रेन परियोजना को खारिज करने की मांग करते हैं क्योंकि यह सिर्फ दिखावे की परियोजना है और आयकर दाताओं के धन की बर्बादी है.' 


महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा कि एक साल पहले पुल की जांच में इसमें कुछ मरम्मत की सिफारिश की गई थी. लेकिन मरम्मत कार्य के लिए धन राशि कभी मंजूर नहीं की गई.


सावंत ने आरोप लगाया ‘‘इस त्रासदी का कारण बीएमसी है. मलबे में, लोहे में लगा जंग साफ नजर आ रहा है. पुल का हिस्सा ढहने की वजह से लोगों की मौत के लिए सीधे सीधे बीएमसी जिम्मेदार है. भाजपा और शिवसेना के भ्रष्टाचार की वजह से मुंबई हादसों का शहर बन गयी है.’’ 


उन्होंने कहा कि भाजपा और शिव सेना ‘‘मराठी लोगों के वोट’’ हासिल कर सत्ता में आए लेकिन ऐसे हादसों में मराठी लोगों की ही जान जा रही है.