Enforcement Directorate : ED ने “Dunky” मामले में कारवाई करते हुए दिल्ली, अहमदाबाद, सूरत और मेहसाणा में छापेमारी की है. यह छापेमारी भरतभाई पटेल उर्फ बॉबी पटेल, चरणजीत सिंह और दूसरे आरोपियों पर दो दिनों तक 19 और 20 जनवरी को की गयी. बता दें, छापेमारी में आरोपियों के ठिकानों से 1.5 करोड़ कैश और 21 लाख की विदेशी करंसी बरामद की गयी है.


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एजेंसी ने अवैध तरीके से विदेश भेजने के मामले में कारवाई करते हुए दिल्ली और गुजरात में छापेमारी की थी.  कारवाई को गुजरात पुलिस ने मनी लॉड्रिग के मामले में दर्ज की थी. इस गिरोह पर आरोप है, कि यह साल 2015 से सक्रिय है और 1 हजार से ज्यादा लोगों को अवैध तरीके से विदेश भेज चुका है.


 
 


विदेश भेजने के नाम पर लोगों से ठगे लाखों 


एजेंसी ने अपनी जांच शुरू की तो पता चला कि चरणजीत सिंह दिल्ली का रहने वाला है और अमेरिकन नागरिक है. उसकी पत्नी अमेरिका की रहने वाली है. जबकि दूसरा आरोपी भरत भाई पटेल उर्फ बॉबी पटेल गुजरात का रहने वाला है. ये लोग विदेश भेजने के नाम से लोगों से लाखों रुपये लेते थे. अगर किसी को अकेले जाना है तो 60 से 75 लाख, पति पत्नी को जाना है तो 1 से 1.25 करोड़ और बच्चों को भी साथ जाना है तो 1.25 से 1.75 करोड़ तक वसूलते थे. ये लोग अवैध तरीके से भेजने के लिये नकली या जाली पासपोर्ट तैयार करते थे और उस पर वीजा लगा कनाडा या मेक्सिको के रास्ते अमेरिका भेजा करते थे. चरणजीत अमेरिका का रहने वाला था और पटेल के साथ मिल कर इस नेटवर्क को चला रहा था.


 


 


जांच में ये भी पता चला कि चरणजीत सिंह के एजेंट देश के अलग-अलग हिस्सों मे है जो गुजरात, छत्तीसगढ़, मध्यपद्रेश और पश्चिम बंगाल तक फैले है. साल 2022 जनवरी में गुजरात के गांधीनगर के पास डींगुचा गांव के रहने वाले चार लोग कनाडा-अमेरिका बॉर्डर पर बर्फ की चपेट में आकर मारे गए थे. उन लोगों को भी बॉबी पटेल और चरणजीत सिंह ने अवैध तरीके से भेजा था. बलदेव भाई पटेल(35), पत्नी वैशाली (33), दो बच्चों बेटी विहंगा(12) और बेटा धार्मिक(3) को अमेरिका भेजने का झांसा बॉबी पटेल ने दिया था और अवैध तरीके से कनाडा से अमेरिका घुसने के दौरान मारे गये थे. इसी के बाद गुजरात पुलिस ने बॉबी पटेल को दिसंबर 2022 में गिरफ्तार किया था लेकिन चरणजीत सिंह अमेरिका फरार हो गया था. पुलिस ने चरणजीत सिंह के खिलाफ RCN जारी कर दिया है ताकी उसे भी जल्द भारत लाया जा सके.