नई दिल्लीः अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर मामले प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार को एक डिफेंस एजेंट सुशेन मोहन गुप्ता को गिरफ्तार किया है. 3600 करोड़ के इस घोटाले में ईडी ने यह गिरफ्तारी आरोपी राजीव सक्सेना से पूछताछ के आधार पर की है. सक्सेना ने ही मोहन गुप्ता के बारे में जानकारी दी थी. ईडी के अधिकारी ने बताया है कि धन शोधन निरोधक कानून (पीएमएलए) के तहत गुप्ता को सोमवार देर रात गिरफ्तार किया है. उन्होंने बताया कि गुप्ता अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदे समेत कई रक्षा सौदों में कथित तौर पर शामिल रहा. उसे मंगलवार को यहां विशेष पीएमएलए अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा.


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ईडी इस मामले में वकील गौतम खेतान और कथित ब्रिटिश बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल को गिरफ्तार कर चुका है.



जांच एजेंसी के अधिकारियों ने बताया कि मामले में हाल ही में सरकारी गवाह बने राजीव सक्सेना के खुलासों के आधार पर गुप्ता की भूमिका सामने आई. सक्सेना को संयुक्त अरब अमीरात से प्रत्यर्पित किया गया था और ईडी ने यहां उसे गिरफ्तार किया था. उन्होंने बताया कि ऐसा संदेह है कि गुप्ता के पास वीवीआईपी हेलीकॉप्टर की खरीद में भुगतान संबंधी कुछ जानकारियां है और उसके संपर्कों का पता लगाया जाना है. उन्होंने बताया कि इसलिए उसे गिरफ्तार किया गया है.


गौरतलब है कि एक जनवरी 2014 को भारत ने भारतीय वायु सेना को 12 एडब्ल्यू-101 वीवीआईपी हेलीकॉप्टरों की आपूर्ति करने के लिए ब्रिटेन की फिनमैकेनिका की अनुषंगी इकाई अगस्ता वेस्टलैंड के साथ सौदा रद्द कर दिया था. भारत ने उस पर सौदे की शर्तों का उल्लंघन करने और सौदा हासिल करने के लिए 423 करोड़ रुपये की रिश्वत देने के आरोप लगाए थे. केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और ईडी ने मामले में कई आरोपपत्र दाखिल किए हैं और पूर्व वायु सेना प्रमुख एस पी त्यागी तथा उनके परिवार के सदस्यों समेत कई लोगों को बतौर आरोपी नामजद किया है.


(इनपुट भाषा से भी)