नई दिल्ली: दिल्ली में हवा दमघोंटू हो चली है. प्रदूषण का स्तर खतरनाक तरीके से बढ़ गया है और अब सांस लेना ही सांसों के लिए सबसे बड़ा खतरा बन चुका है. क्योंकि दिल्ली में वायु प्रदूषण (Air Pollution) का स्तर बेहद खतरनाक स्थिति में आ चुका है. सरकार दिल्ली में वायु प्रदूषण की स्थिति सुधारने के लिए फिर से कड़े कदम उठा रही है, जिसमें ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (Graded Response Action Plan-GRAP) के तहत डीजल जनरेटर पर बैन भी लग चुका है, इसके बावजूद दिल्ली-एनसीआर में एयर क्वालिटी इंडेक्स 326 तक पहुंच गया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

एनसीआर की हालत बिगड़ रही लगातार
दिल्ली में सुबह 6 बजे एयर क्वालिटी इंडेक्स (Air Quality Index) 316 के स्तर पर था, जो धीरे धीरे बढ़ता ही जा रहा है. नोएडा में एयर क्वालिटी इंडेक्स 348 और गुरुग्राम में ये 305 तक पहुंच चुका है. फरवरी के बाद से ये अबतक का सबसे खराब स्तर है. और पूरा एनसीआर रेड जोन में है.


कोयले से बिजली बनाने वाले पॉवर हाउस बंद की मांग
दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय (Delhi Environment Minister Gopal Rai) ने केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board) और सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर बनी प्रदूषण नियंत्रण अथॉरिटी (Supreme Court-mandated Pollution Control Authority) से अपील की है कि वो दिल्ली से आसपास 300 किमी के दायरे में आने वाले 11 थर्मल पॉवर स्टेशन (Coal-fired Power Plants) बंद कर दे. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार प्रदूषण पर लगाम लगाने के तमाम उपाय कर रही है. लेकिन दिल्ली सरकार के प्रयास इसलिए विफल हो जा रहे हैं, क्योंकि पड़ोसी राज्यों में इस तरह के कदम नहीं उठाए जा रहे.


दिल्ली में जनरेटर बैन, लेकन हरियाणा चाहता है छूट!
दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने कहा कि प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए दिल्ली में डीजल जनरेटर बैन कर दिए गए हैं, लेकिन पड़ोसी राज्य हरियाणा इसपर छूट चाहता है. ऐसा क्यों है? पिछले साल भी ऐसा ही हुआ था. उन्होंने कहा कि अगर दिल्ली से सटे फरीदाबाद और गुरुग्राम में डीजल जनरेटर चलते रहे, तो दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स सुधर नहीं सकता.