नई दिल्ली: एयरसेल-मैक्सिस डील मामले में ईडी ने पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम सहित 9 लोगों के खिलाफ पटियाला हाउस कोर्ट में सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की है. ईडी ने सप्लीमेंट्री चार्जशीट में पी चिदंबरम, भास्करण, वी श्रीनिवासन, मैक्सिस, एयरसेल टेलीवेंचर्स कंपनी और अन्य को आरोपी बनाया है. ईडी की सप्लीमेंट्री चार्जशीट पर पटियाला हाउस कोर्ट 26 नवंबर को संज्ञान लेगा.दरअसल, इससे पहले जांच एजेंसीयों ने पी चिदंबरम और कार्ति चिदंबरम समेत अन्य लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी.


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आपको बता दें कि एयरसेल-मैक्सिस मामले में सीबीआई ने पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के खिलाफ पटियाला हाउस कोर्ट में चार्जशीट दायर की थी. चार्जशीट में पी चिदंबरम, उनके बेटे कार्ति चिदंबरम और पांच सरकारी अधिकारियों सहित 16 अन्यों के नाम हैं.चार्जशीट में शामिल सरकारी अधिकारियों में इकनॉमिक अफेयर्स के तत्कालीन सेक्रेटरी, ज्वाइंट सेक्रेटरी, अंडर सेक्रेटरी, डायरेक्टर हैं. जबकि ईडी ने इस मामले में कार्ति चिदंबरम के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन में भ्रष्टाचार के मामले में एक स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने पिछले साल दिसंबर में पूर्व टेलिकॉम मिनिस्टर ए राजा और डीएमके की राज्यसभा सदस्य कनिमोई सहित सभी आरोपियों को भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों से मुक्त कर दिया था.


सीबीआई ने चार्जशीट में बताया था कि फॉरेन इनवेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड (FIPB) की क्लीयरेंस के संबंध में दो तरह की मनी ट्रेल पाई गई हैं. चार्जशीट में दावा किया गया था कि एयरसेल-मैक्सिस डील के दौरान कार्ति चिदंबरम की दो कथित कंपनियों-चेस मैनेजमेंट और एडवांटेज स्ट्रैटेजिक को 26 लाख रुपये और 87 लाख रुपये की दो अवैध पेमेंट की गई थी.



सीबीआई ने कहा था कि ये पेमेंट कार्ति की कंपनियों को उस समय की गई, जब उनके पिता ने फाइनेंस मिनिस्टर के तौर पर FIPB के प्रपोजल को हरी झंडी दी थी.चार्जशीट में ये भी बताया गया था कि वित्त मंत्री के तौर पर चिदंबरम के पास 600 करोड़ रुपये से अधिक के प्रपोजल के लिए FIPB क्लीयरेंस देने की शक्ति नहीं थी.