Amritpal Singh News: अलगाववादी अमृतपाल सिंह पर पंजाब पुलिस लगातार शिकंजा कसती जा रही है. पुलिस ने उसके सहयोगी को शनिवार को उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से गिरफ्तार किया है, जिसने पूछताछ के दौरान कई अहम जानकारियां पुलिस को दी है. पुलिस का दावा है कि गिरफ्तार किए गए व्यक्ति ने अमृतपाल सिंह के रुकने से लेकर कई तरह की मदद की थी और उसको भगाने में भी इसका अहम रोल रहा है. पुलिस अभी और जानकारी जुटा रही है. माना जा रहा है कि अमृतपाल लगातार इसके संपर्क में भी रहा है.


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उत्तर प्रदेश में छिपा था अमृतपाल


पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को बताया कि जोगा सिंह लुधियाना का निवासी है और वह पीलीभीत में ‘डेरा’ का संचालन करता है.  सिंह हरियाणा से पंजाब आ रहा था. उन्होंने बताया कि पुलिस उसकी तलाश में थी. पुलिस उपमहानिरीक्षक (सीमा रेंज) नरेंद्र भार्गव ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जोगा सिंह अमृतपाल सिंह के सीधे संपर्क में था. उसने अमृतपाल सिंह के ठहरने और वाहन की व्यवस्था की थी. उसने पीलीभीत में उसके ठहरने का इंतजाम किया था और फिर वह पंजाब लौट गया था. इससे पहले पुलिस ने कहा था कि अमृतपाल सिंह की मदद करने के आरोप में दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जो फरार थे. पिछले महीने पुलिस ने इन दोनों को पकड़ने के लिए अभियान शुरू किया था.


ये हाे चुके गिरफ्तार


पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार लोगों की पहचान होशियारपुर जिले में बाबक गांव के राजदीप सिंह और जालंधर जिले के सरबजीत सिंह के तौर पर हुई है. राजदीप सिंह और सरबजीत सिंह दोनों को शुक्रवार रात ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया, जिन्होंने उसे एक दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया. पुलिस ने पिछले महीने अमृतपाल सिंह और उसके ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के सदस्यों के खिलाफ बड़ा अभियान शुरू किया है. अलगाववादी अमृतपाल सिंह को अब तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है और वह 18 मार्च को जालंधर जिले में पुलिस की जाल से बच निकला था. वह बार-बार अलग-अलग वाहन का इस्तेमाल कर रहा है और अपना हुलिया बदल रहा है.


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