नई दिल्‍ली/जम्‍मू : जम्मू कश्मीर में मचे सियासी घमासान और विधानसभा भंग करने के फैसले को लेकर राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा है कि उन्‍हें पिछले 15 दिनों से विधायकों की खरीद फरोख्त की शिकायत मिल रही थीं. साथ ही उन्‍होंने पीडीपी और नेशनल कॉन्‍फ्रेंस पर भी जमकर निशाना साधा. उन्‍होंने कहा कि मैंने जम्‍मू-कश्‍मीर की जनता के पक्ष में काम किया. विधानसभा भंग करने का फैसला संविधान के मुताबिक लिया.


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राज्‍यपाल द्वारा कही गई प्रमुख बातें...


-क्या सोशल मीडिया से सरकार बनती है?


-राज्‍य की स्थिरता के लिए गठबंधन ठीक नहीं था.


-अगर इन दलों में एकता थी कि तो वे 5 महीने में दावा पेश करने क्यों नहीं आए.


-अवसरवादी गठबंधन बनाया जा रहा था.


-जम्‍मू-कश्‍मीर में अब पत्‍थरबाजी काफी कम हुई है.



-निजी हित नहीं, बल्कि ये राज्‍य के हित में लिया गया फैसला है.


-विधानसभा भंग करने का फैसला संविधान के मुताबिक ही लिया गया.


-अगर सरकार बनाने की इजाजत देते तो कुछ दिन बाद ही मनमुटाव होता