नई दिल्ली: कोरोना संकट (Coronavirus) के बीच सेना ने मोर्चा संभाल लिया है. लोगों के लिए ऑक्सीजन (Oxygen) से लेकर बेड तक की व्यवस्था की जा रही है. छावनी के पूरे बेस हॉस्पिटल को कोविड अस्पताल (Covid Hospital) में बदल दिया गया है. इसमें 650 बेड हैं जिनमें से 450 बेड्स को 30 अप्रैल तक ऑक्सीजन के साथ जोड़ दिया जाएगा. इसके अलावा इंटेंसिव केयर यूनिट (ICU) के बेड्स की तादाद 29 अप्रैल तक 12 से बढ़ाकर 35 कर दी जाएगी. 


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कोविड ओपीडी भी शुरू 
कोरोना (Corona) के मरीजों के लिए ट्रॉमा सेंटर में भी बेड लगाए गए हैं जहां उनका इलाज किया जाएगा. एक कोविड ओपीडी शुरू की गई है जो एक दिन में 500 तक मरीजों को देख रही है. दिल्ली के बेस हॉस्पिटल की गिनती सेना के बड़े अस्पतालों में होती है और अब पूरा अस्पताल कोरोना मरीजों के इलाज में लग गया है. कोरोना की दूसरी लहर (Corona Second Strain) के बाद यहां 340 बेड्स कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए तैयार किए गए थे लेकिन वे कोरोना मरीजों की बड़ी तादाद को देखते हुए नाकाफी थे. इसलिए बेस अस्पताल में कोरोना के मरीजों के लिए बेड्स की तादाद को 650 कर दी गई है.


जून तक और बढ़ेगी बेड्स की संख्या
जून तक बेड्स की संख्या बढ़ाकर 900 बेड्स कर दी जाएगी और हर बेड को ऑक्सीजन से जोड़ा जाएगा. इसके अलावा कोविड ओपीडी के जरिए कोरोना के मरीजों के लिए जांच और इलाज में मदद के अलावा घर में क्वारंटीन की व्यवस्था की जा रही है.
कोविड टेलीकंसल्टेंसी और सूचना के लिए एक डेस्क बना दी गई है जिसमें एक वरिष्ठ अधिकारी के नेतृत्व में 24 घंटे फोन पर बात करने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती की गई है. 


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भूतपूर्व सैनिकों के कोरोना इलाज का भी इंतजाम
टेलीकंसल्टेंसी के जरिए अस्पताल में भर्ती मरीज की सूचना, कोविड टेस्ट रिपोर्ट और वैक्सीनेशन की जानकारी जैसी महत्वपूर्ण जानकारियां दी जा रही हैं. इस हेल्पलाइन से 011-25683580, 81 और 85 नंबरों पर संपर्क किया जा सकता है. झारखंड की सरकार के आग्रह पर रांची के पास नामकुम के सैनिक अस्पताल में भी कोरोना मरीजों का इलाज शुरू किया गया है. यहां कोरोना मरीजों के लिए 50 बेड्स की व्यवस्था की गई है. भूतपूर्व सैनिकों के कोरोना इलाज के लिए सभी सैनिक कल्याण केंद्रों को निर्देश दिए जा चुके हैं और सभी सैनिक अस्पतालों में उनके इलाज की सुविधा शुरू कर दी गई है. 


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