नई दिल्ली: नेपाल (Nepal) के रास्ते भारत में घुसपैठ की कोशिश करने वाले दो तिब्बती नागरिकों को भारतीय सेना ने दबोच लिया है. इनमें से एक तिब्बती चीनी सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (People's Liberation Army) के अभिन्न अंग पीपुल्स आरमेड पुलिस का स्पेशल एजेंट बताया जा रहा है. जबकि दूसरे व्यक्ति के तिब्बत के अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में कुछ स्थानीय और प्रभावशाली लोगों से अच्छे संबंध बताए जाते हैं.


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इन दोनों के नाम ताशी और दोरजी बताए जा रह हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस घुसपैठ के जरिए भारत में सीमा के साथ-साथ अंदरूनी इलाकों में भी अशांति फैलाने की ना-पाक कोशिश रची जा गई थी. जिसके भारतीय सेनिकों ने नाकाम कर दिया है. पूछताछ में ताशी ने बताया कि वो तिब्बत के तकत्से शहर का रहने वाला बताया गया है जो बाद में ल्हासा शहर में जाकर बस गया था. इसके बाद वह पीपुल्स आरमेड पुलिस की सेकंड रेजीमेंट में भर्ती हुआ और साल 2017 में उसे स्पेशल ट्रेनिंग के लिए चेंगदू भेजा गया था.


सूत्रों के मुताबिक दोरजी के संबंधों का फायदा उठाकर चीनी सेना का स्पेशल एजेंट अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में अपना नेटवर्क खेलना चाहता है और इसके अलावा जहां जहां भी मठ हैं वहां भी चीनी जासूसों के नेटवर्क  को फैलाना चाहता है. दोरजी मूलत तिब्बत के तोरफी जिले का रहने वाला है और एक राजनीतिक कैदी के तौर पर तिब्बत की जेल में चीनी सेना ने उसे साल 2015 से बंद किया हुआ था.


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