जम्मू: आपदा हो या आतंकियों का खतरा या फिर कोरोना त्रासदी का समय, सेना (Army)हमेशा देशवासियों की रक्षा और मदद के लिए तत्‍पर रहती है. ऐसा ही एक बार फिर हुआ है. इस बार सेना जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के किश्तवाड़ (Kishtwar) जिले के छतरू उप-मंडल में नागिनसुर रिज (Naginsur Ridge) में फंसे बकरवाल डेरे (Dera) के लिए संकट मोचक बनी. 


11,000 फीट ऊंचा है नागिनसुर रिज 


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सेना ने यह राहत 11,000 फीट ऊंचे नागिनसुर रिज पर पहुंचाई है. यह बकरवाल डेरा कठुआ से किश्तवाड़ में मारवाह घाटी (नवापच्ची) की ओर जा रहा है. इसी दौरान भंडारकुट में सेना के गुर्जर बकरवाल चेक पोस्ट पर बकरवाल बशीर अहमद ने फोन करके मदद मांगी. 


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बर्फ में फंसे परिवार के पास नहीं था भोजन 


बशीर ने फोन पर बताया कि वह अपनी पत्नी, 3 बच्चों और जानवरों के साथ बर्फ में फंस गया है. उनके पास भोजन भी नहीं है. यह सुनते ही सेना का बचाव दल तुरंत चिंगम चौकी से रवाना हुआ. खराब मौसम के बाद भी सेना के जवान चलते रहे और करीब 24 घंटे के बाद डेरे के पास पहुंच गए. जवानों ने उन्‍हें भोजन, दवाइयां और जरूरी सामान मुहैया कराया. 


बकरवाल ने सहायता के लिए सेना को धन्यवाद दिया और कहा कि हर साल उनका डेरा मारवाह घाटी में जाता है और जब भी उन्हें जरूरत होती है, सेना तत्काल मदद के साथ उन तक पहुंच जाती है.