नई दिल्ली : स्टॉफ सेलेक्शन कमीशन (एसएससी) का पेपर लीक हो जाने का मामला अभी थमा नहीं है. शुक्रवार को होली के दिन भी छात्रों ने इस मुद्दे पर धरना-प्रदर्शन किया. छात्रों ने पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की है. छात्रों का कहना है कि एक पूरा तंत्र मिलकर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है. छात्रों का आरोप है कि ऑनलाइन हुई परीक्षा के पेपर सोशल मीडिया पर पहले ही वायरल हो रहे थे.


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उधर, अब इस मुद्दे पर राजनीतिक दल भी बीच में आ गए हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सरकारी नौकरियों के लिए कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा में कथित घोटाले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की है. मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को ट्वीट किया, "हजारों परिक्षार्थी इस घोटाले की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं. यह मसला उनके भविष्य से जुड़ा है. केंद्र सरकार को तत्काल उनकी मांग को स्वीकार करना चाहिए और सीबीआई जांच का आदेश देना चाहिए." 



अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार हर बड़े मुद्दे पर चुप्पी साध लेती है. उन्होंने पंजाब नेशनल बैंक घोटाले पर भी केंद्र की भूमिका को लेकर तंज कसा.


सोशल मीडिया पर लीक हुआ पेपर
कर्मचारी चयन आयोग की तरफ से फरवरी में आयोजित कम्बाइंड ग्रेजुएट लेविल एग्जाम टियर टू में 1,89843 छात्र शामिल हुए थे. यह परीक्षा ऑनलाइन हुई थी. छात्रों का आरोप है कि ऑनलाइन परीक्षा देने के बाद जब छात्र बाहर आए तो पता चला कि इसका पर्चा तो सोशल मीडिया पर पहले से मौजूद है. इस पर छात्रों का गुस्सा भड़क गया और दिल्ली में एसएससी बिल्डिंग के बाहर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया.