BJP Vs AAP: दिल्ली के सभी सात सांसदों ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी पर जमकर हमला बोला. दिल्ली में अफसरों की अपॉइंटमेंट-पोस्टिंग के लिए केंद्र सरकार शुक्रवार रात एक अध्यादेश लेकर आई, जिसमें तमाम अधिकार उपराज्यपाल को दोबारा मिल गए हैं. इस अध्यादेश से दिल्ली की आम आदमी पार्टी को झटका लगा है. इस मसले पर दोनों दलों के बीच तू-तू मैं-मैं वाली स्थिति पैदा हो गई है.


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इसी मुद्दे पर नॉर्थ ईस्ट दिल्ली से बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि जिन लोगों को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचार की प्रतिमूर्ति मनते थे, आज उन्हीं के साथ खड़े हुए दिखाई देते हैं. उन्होंने कहा, केजरीवाल अचानक भ्रष्टाचारियों के साथ गलबहियां करने में लगे हैं. वह कहते हैं कि मैं पीएम मोदी और अमित शाह को हराने के लिए इनसे मुलाकात कर रहा हूं. मनोज तिवारी ने आगे कहा,  लोगों को समझ आ गया है कि दूसरों को भ्रष्टाचारी बताने वाले अरविंद केजरीवाल खुद सबसे बड़े भ्रष्टाचारी निकले. इनका एक ही मकसद है अपने भ्रष्टाचार के कामों को बचाना.


बीजेपी का केजरीवाल पर यह आरोप ऐसे समय पर आया है, जब रविवार को सीएम ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्मंत्री तेजस्वी यादव से मुलाकात की. कर्नाटक में कांग्रेस की नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के एक दिन बाद रविवार को नीतीश दिल्ली में केजरीवाल के घर पहुंचे.


वहीं सांसद डॉ हर्षवर्धन ने कहा, 20 साल से दिल्ली में यही कानून था, 20 साल सरकार चली लेकिन 20 साल में एक भी वाक्या याद नहीं आता है कि उपराज्यपाल और सरकार के बीच कभी कोई झगड़ा हुआ हो. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तुरंत बाद अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचार की जांच कर रहे अधिकारियों को हटाने के काम करने लगे. अरविंद केजरीवाल ने राजनीति का स्तर गिरा दिया है और उनका व्यवहार बहुत ही निम्न स्तर का है.