Asaduddin Owaisi News: `भारत में मुसलमानों को अछूत बना दिया`, चमोली की किस घटना पर भड़के ओवैसी
Asaduddin Owaisi Latest News: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के मुखिया असदुद्दीन हर वक्त उखड़े रहते हैं. अब वे उत्तराखंड में चमोली की एक घटना को लेकर फिर मोदी सरकार पर बरस गए हैं.
Asaduddin Owaisi on Chamoli Muslims: उत्तराखंड के चमोली जिले में मुस्लिम समुदाय के बहिष्कार के फरमान के बाद ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी भड़क गए हैं. उन्होंने धामी सरकार पर बरसते हुए कहा कि देश में मुसलमानों को अछूत बना दिया गया है.
'मुसलमानों को भारत में अछूत बना दिया गया'
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में अपनी भड़ास निकालते हुए ओवैसी ने लिखा, 'मुसलमानों को भारत में अछूत बना दिया गया है. उत्तराखंड के चमोली में 15 मुसलमान परिवारों का सामूहिक बहिष्कार किया जा रहा है. चमोली के व्यापारियों ने धमकी दी है कि 31 दिसंबर तक मुसलमानों को चमोली छोड़ देना होगा. अगर मकान मालिक मुसलमानों को घर देंगे तो 10 हजार का जुर्माना देना होगा.'
'क्या चमोली के मुस्लिमों को जीने का हक नहीं'
उन्होंने आगे कहा, 'ये वही उत्तराखंड है जहां की सरकार समानता के नाम पर यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू कर रही है. क्या चमोली के मुसलमानों को समानता और सम्मान से जीने का हक नहीं है? मोदी अरब शेखों से गले मिल सकते हैं तो चमोली के मुसलमानों को भी गले लगा सकते हैं. आखिरकार मोदी भारत के प्रधानमंत्री हैं, सऊदी या दुबई के तो नहीं.'
आखिर क्यों भड़के हुए हैं चमोली के लोग?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चमोली के माइथान गांव के लोगों ने मुस्लिम समुदाय के गांव में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया है और वहां रह रहे 15 मुसलमान परिवारों का सामूहिक बहिष्कार करने का फरमान जारी किया है. उनका कहना है कि वे 31 दिसंबर तक गांव छोड़ दें. रिपोर्ट के मुताबिक लोग वहां पर एक नाबालिग लड़की के साथ छेड़छाड़ की घटना के बाद से भड़के हुए हैं. आरोप है कि वहां रह रहे समुदाय विशेष के एक व्यक्ति ने डरा- धमकाकर इस हरकत को अंजाम दिया.
15 मुस्लिमों के सामूहिक बहिष्कार का फैसला
जानकारी के अनुसार, जिले में हो रही आपराधिक गतिविधियों पर चर्चा के लिए स्थानीय लोगों और माइथान व्यापार मंडल ने बीते बुधवार को एक बैठक का आयोजन किया था. इसी बैठक में लोगों ने समुदाय विशेष की बढ़ती संख्या पर चिंता जताई और उनके शरिया कानूनों को क्षेत्र के लिए खतरा बताया. लोगों ने वहां रह रहे 15 मुसलमान परिवारों का सामूहिक बहिष्कार करने का फैसला लिया.
(एजेंसी आईएएनएस)