मोहन भागवत किस अधिकार से कह रहे हैं कि अयोध्या में मंदिर बनेगा? क्या वह चीफ जस्टिस हैं?: ओवैसी
इससे पहले ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुसिलमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस और भाजपा चुनावी राज्य गुजरात में ``जातिवादी राजनीति`` कर रही हैं और मुसलमानों की ``अनदेखी`` की जा रही है.
नई दिल्ली: अयोध्या मामले की पांच दिसंबर से नियमित सुनवाई होने जा रही है. इससे पहले आरएसएस चीफ मोहन भागवत ने कहा था कि राम मंदिर अयोध्या में ही बनेगा. उनके इस बयान से भड़कते हुए एआईएमआईएम मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ''किस अधिकार से मोहन भागवत कह रहे हैं कि अयोध्या में मंदिर बनेगा? सुप्रीम कोर्ट में अभी केस की सुनवाई हो रही है. क्या मोहन भागवत देश के चीफ जस्टिस हैं? वह कौन हैं?'' आखिर किस आधार पर विश्व हिंदू परिषद के सुरेंद्र जैन ने कहा कि 18 अक्टूबर, 2018 से निर्माण का काम शुरू होगा. क्या उनको कुछ अंदर की जानकारी है?
मुसलमानों की हो रही 'अनदेखी'
इससे पहले ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुसिलमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस और भाजपा चुनावी राज्य गुजरात में ''जातिवादी राजनीति'' कर रही हैं और मुसलमानों की ''अनदेखी'' की जा रही है. उन्होंने कहा, ''सभी मंदिर जा रहे हैं. सभी लिख रहे हैं कि मैं हिन्दू हूं, मैं ब्राह्मण हूं. लेकिन यदि आदिवासियों के बाद कोई सर्वाधिक पिछड़ा है तो वह मुस्लिम है.'' ओवैसी ने कहा, ''लेकिन कोई आवाज नहीं उठ रही. पटेलों को उनका नेता मिल गया है. दलितों को उनका नेता मिल गया है. यदि बिना नेता के कोई समुदाय है तो वो हम हैं.''
यूपी निकाय चुनाव
यूपी निकाय चुनावों में कांग्रेस और सपा की करारी शिकस्त पर तंज कसते हुए ओवैसी ने कहा था कि इनकी हार के लिए हमको जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. कटाक्ष करते हुए कहा कि आपमें जीतने का दम नहीं है और हमें जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश निकाय चुनावों में पहली बार उतरी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने अपना खाता खोल लिया. इन चुनावों में जनता ने पार्टी के 12 निगम पार्षद चुने. इसके साथ ही 4 नगर पालिका परिषद सदस्य भी निर्वाचित हुए. इसके अलावा एक नगर पंचायत अध्यक्ष और तीन नगर पंचायत सदस्य भी चुने गए.
पीएम मोदी ने कहा वह हिंदू हैं, मैंने खुद को मुस्लिम कहा तो सवाल क्यों?: ओवैसी
पार्टी ने पूरे दम-खम के साथ इन चुनावों में लड़ने का ऐलान किया था. दसअसल, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी इन चुनावों के जरिये राज्य में राजनीतिक जमीन तलाशने में जुटी थी और इन सीटों पर जीत के साथ ही उसने राज्य में अपना खाता खोल लिया. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश निकाय चुनावों में पहली बार उतरी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने अपना खाता खोला है. इसको निगम पार्षद और नगर पालिका परिषद में 20 से भी अधिक सीटें मिली हैं. पार्टी ने पूरे दम-खम के साथ इन चुनावों में लड़ने का ऐलान किया था. दसअसल, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी इन चुनावों के जरिये राज्य में राजनीतिक जमीन तलाशने में जुटी थी और इन सीटों पर जीत के साथ ही उसने राज्य में अपना खाता खोल लिया.