Assam Flood Rupak Sharma: बाढ़ से प्रभावित असम में एक अलग तस्वीर सामने आई है. नगांव सदर के विधायक रुपक शर्मा राहत में दिए जाने वाले खाने के सामान अपनी पीठ पर ढोहकर लोगों के बीच पहुंचे. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के यह विधायक नगांव में अपने क्षेत्र में बाढ़ से पीड़ित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए पहुंचे. इस दौरान विधायक ने खुद एक आलू का बस्ता अपने पीठ पर उठा लिया.


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इससे पहले 20 मई के लामडिंग के विधायक शिबू मिश्र बाढ़ पीड़ितों तक पहुंचने के लिए खुद किसी की पीठ पर चढ़ गए थे, क्योंकि नाव तक पहुंचने तक उनके पांव भीग जाते. रूपक शर्मा और शिबू मिश्र दोनों ही बीजेपी के विधायक हैं, लेकिन जब बात दुख की घड़ी में लोगों के पास खड़े होने को आती है, तो दोनो का नजरिया अलग होता है.


कोई पैर भीग ना जाएं इस वजह से किसी और की पीठ पर सवार हो रहा है और तो कोई पीड़ित लोगों की तकलीफों को समझकर खुद अपने पीठ पर अनाज का बोरा लेकर राहत शिविर तक पहुंच रहा है.


असम में बाढ़ से 18 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित


बता दें कि असम में बाढ़ से अब तक 18.35 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. पूरे राज्य में इस साल बाढ़ और भूस्खलन के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 179 हो गई है. कछार, बारपेटा, दरांग, डिब्रूगढ़, होजई, कामरूप, कामरूप मेट्रोपॉलिटन, करीमगंज, लखीमपुर, मोरीगांव, नगांव, नलबाड़ी और शिवसागर सबसे ज्यादा प्रभावित जिले हैं. कछार में अब भी 10.2 लोग बाढ़ का सामना कर रहे हैं.


एएसडीएमए ने बताया कि वर्तमान में 1618 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं और राज्य में 47,198.87 हेक्टेयर जमीन में लगी फसल को नुकसान हुआ है. सरकार 20 जिलों में 413 राहत शिविर और वितरण केंद्र संचालित कर रही है.  इन शिविरों में 2,78,060 लोगों ने पनाह ले रखी.


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