गुवाहाटी/नई दिल्‍ली : असम में एनडीएफबी (एस) के उग्रवादियों की ओर से किए गए जघन्‍य हमलों के बाद माना जा रहा है कि सरकार ने इस उग्रवादी संगठन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने का आदेश दिया है। गौर हो कि असम में बोडो उग्रवादियों के हमले और आदिवासियों की जवाबी कार्रवाई में मृतक संख्या 78 पहुंच गई है।


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केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और किरण रिजिजू हमलों के बाद प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा करने के लिए असम दौरे पर हैं। उच्‍च पदस्‍थ सूत्रों के अनुसार, गृह मंत्री ने सुरक्षा एजेंसियों को एनडीएफबी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं।


सूत्रों के अनुसार, सरकार का यह मानना है कि इस तरह के आदेश असम सरकार की ओर से काफी पहले दिए जाने चाहिए थे, जब राज्‍य में एनडीएफबी (एस) के संभावित हमलों को लेकर खुफिया सूचनाएं प्राप्‍त हुई थी। सूत्रों के अनुसार, सितंबर और दिसंबर के महीनों में उग्रवादियों के संभावित हमलों को लेकर असम सरकार को कई खुफिया सूचनाएं मिली थी। मगर, राज्‍य सरकार इन सूचनाओं के आधार पर कार्रवाई करने में विफल रही।


यह जानकारी आज गृह मंत्री के बयान के कुछ घंटों के बाद सामने आई, जब राजनाथ सिंह ने आज सख्त लहजे में कहा कि एनडीएफबी (एस) के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, जिसने मंगलवार को असम में 70 से अधिक लोगों की हत्या की। गृह मंत्री ने कहा कि ऐसे सुनियोजित आतंक के प्रति केंद्र की कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति है। राज्य में स्थिति की समीक्षा के लिए आए राजनाथ ने यहां सोनितपुर जिले के विश्वनाथ चारीयाली में संवाददाताओं से कहा कि हम इस संगठन से निपटने के लिए सख्त कदम उठायेंगे और इसे प्रभावी ढंग से नियंत्रित करेंगे। गौरतलब है कि बोडो उग्रवादियों ने काफी संख्या में लोगों की हत्या कर दी थी जिसके बाद आदिवासियों द्वारा भी हिंसक जवाब सामने आया था।


संगठन के खिलाफ अभियान के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस संगठन के खिलाफ निश्चित तौर पर अभियान चलाया जाएगा  लेकिन यह बता नहीं सकता कि कब होगा। सिंह ने कहा कि एनडीएफबी द्वारा की गई हत्याएं उग्रवादी संगठन की ओर से हिंसा की सामान्य घटना नहीं है बल्कि सुनियोजित आतंकी कार्रवाई है और हम इससे उसी तरह से निपटेंगे।