DNA: अटाला मस्जिद का विवाद क्या है? क्या उसके नीचे मंदिर है? जौनपुर से देखिए जी न्यूज़ की ग्राउंड रिपोर्ट
Jaunpur Atala Masjid News: जौनपुर की अटाला मस्जिद का विवाद भी अदालत पहुंच गया है. वादी का दावा है कि अटाला मस्जिद मूल रूप से एक प्राचीन हिंदू मंदिर-अटाला देवी मंदिर था. देखिए, जौनपुर से Zee News की खास ग्राउंड रिपोर्ट.
Jaunpur Atala Mosque: अयोध्या...काशी...मथुरा... और संभल के बाद अब यूपी में मस्जिद-मंदिर विवाद की लिस्ट में एक और नया नाम जुड़ गया है. ये विवाद जौनपुर की अटाला मस्जिद को लेकर है जिसकी जगह मंदिर होने का दावा स्वराज वाहिनी एसोसियेशन नाम के एक हिंदू संगठन ने किया है. इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका लगाकर अटाला मस्जिद में पूजा अर्चना का अधिकार दिए जाने की मांग की है. अब सोमवार यानी 9 दिसंबर को इस केस की सुनवाई होगी. जिसमें हाईकोर्ट ये तय करेगा कि अटाला मस्जिद में मंदिर होने के दावे की सुनवाई हो सकती है या नहीं. लेकिन क्या वाकई अटाला मस्जिद या मंदिर है? इसको लेकर हिंदू पक्ष के क्या दावे हैं और मुस्लिम पक्ष की क्या दलीलें हैं, इसी पर आधारित है Zee News की ग्राउंड रिपोर्ट.
हिंदू पक्ष के दावे
यूपी के जौनपुर में यही अटाला मस्जिद है जिसका विवाद हाईकोर्ट पहुंचा है और मस्जिद की जगह अटाला मंदिर होने का दावा किया गया है. इससे पहले इसी साल मई में जौनपुर जिला कोर्ट इस केस की सुनवाई का आदेश दे चुका था जिसमें हिंदू पक्ष ने दावा किया था कि-
- अटाला मस्जिद, अटाला मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी
- जिस जगह पर मस्जिद है, वहां पहले अटाला देवी का मंदिर था
- अटाला देवी मंदिर का निर्माण 13वीं शताब्दी में कन्नौज के राजा जयचंद्र राठौड़ ने करवाया था
- फिरोजशाह तुगलक ने मंदिर को मस्जिद में तब्दील कर दिया था
इसी दावे के आधार पर अटाला मस्जिद में हिंदुओं को पूजा अर्चना करने की इजाजत देने की मांग की गई है.
मुस्लिम पक्ष के दावे
अटाला मस्जिद ASI संरक्षित स्मारक है जिसके हिंदू मंदिर होने की याचिका जिला अदालत ने दायर की तो मस्जिद पक्ष हाईकोर्ट पहुंच गया जहां दावा किया गया कि-
- विवादित इमारत हमेशा से मस्जिद की रही है
- ये कभी किसी दूसरे धर्म के कब्जे में नहीं रही है
- 1398 में निर्माण के बाद से अटाला मस्जिद में नमाज अदा की जा रही है
हिंदू और मुस्लिम, दोनों पक्षों के अपने-अपने तर्क हैं लेकिन अटाला मस्जिद है या मंदिर, अब इलाहाबाद हाईकोर्ट को तय करना है कि ये विवाद सुनवाई लायक है भी या नहीं.
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विवाद में ओवैसी भी कूदे
अभी हाईकोर्ट ने ये भी तय नहीं किया है कि अटाला मस्जिद विवाद का केस सुनवाई लायक है भी या नहीं, लेकिन असदुद्दीन ओवैसी इस विवाद को लेकर एक्टिव हो गए हैं. असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट किया है 'भारत के लोगों को इतिहास के उन झगड़ों में धकेला जा रहा है जिसका कोई अस्तित्व ही नहीं था. प्रत्येक वाहिनी, परिषद, सेना आदि के पीछे सत्ताधारी दल का अदृश्य हाथ होता है.'