Atiq Ahmed Case: अतीक-अशरफ का बैनर लगाकर बताया `शहीद`, पुलिस ने लिया ये एक्शन
Atiq Ahmed और उसके भाई अशरफ की पुलिस हिरासत में उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी जब पुलिस उन्हें लेकर चिकित्सा परीक्षण के लिए शाहगंज थाना अंतर्गत काल्विन अस्पताल परिसर में दाखिल हुई थी.
Atiq Ahmed Death Case: महाराष्ट्र में बीड जिले में माफिया और पूर्व सांसद अतीक अहमद तथा उसके पूर्व विधायक भाई अशरफ अहमद को बैनर लगाकर ‘शहीद’ बताने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी. अधिकारी ने कहा कि यह घटना मंगलवार को जिले के माजलगांव में हुई, जिसके बाद कई स्थानीय लोग बैनर के पास जमा हो गए. अधिकारियों ने तुरंत इस बैनर को हटाया.
पुलिस ने कहा कि अतीक और उसके भाई को बैनर लगाकर शहीद के रूप में चित्रित करने की कोशिश की गई थी. इसमें एक अखबार की कटिंग भी थी जिसमें पिछले हफ्ते दोनों भाइयों की हत्या के लिए एक समुदाय विशेष को अपशब्द कहे गए थे. उन्होंने कहा कि पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है और तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.
अधिकारी ने बताया कि इसके अलावा उस अखबार के संपादक और रिपोर्टर के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिनकी खबर बैनर पर इस्तेमाल की गई थी. अतीक (60) और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल की रात को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में तीन हमलावरों ने उस समय गोली मारकर हत्या कर दी थी, जब पुलिस दोनों को चिकित्सा जांच के लिए मेडिकल कॉलेज ले जा रही थी.
हत्या मामले में पांच पुलिसकर्मी निलंबित
उधर, अतीक अहमद और अशरफ की पुलिस हिरासत में हुई हत्या के मामले में शाहगंज थाना के एसएचओ अश्वनी कुमार सिंह समेत पांच पुलिसकर्मियों को बुधवार को निलंबित कर दिया गया. पुलिस के एक अधिकारी ने इसकी सूचना दी.
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि अतीक और अशरफ हत्या मामले में शाहगंज थाना के एसएचओ अश्वनी कुमार सिंह, एक उप निरीक्षक और तीन कांस्टेबल को बुधवार को निलंबित कर दिया गया. उन्होंने बताया कि एसआईटी की जांच में दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही पाए जाने पर यह कदम उठाया गया है.
उल्लेखनीय है कि शनिवार को माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस हिरासत में उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी जब पुलिस उन्हें लेकर चिकित्सा परीक्षण के लिए शाहगंज थाना अंतर्गत काल्विन अस्पताल परिसर में दाखिल हुई थी. शाहगंज थाना, काल्विन अस्पताल से चंद कदम की दूरी पर स्थित है.
पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने इस घटना की जांच के लिए अपर पुलिस आयुक्त (अपराध) सतीश चंद्र के नेतृत्व में तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित की है. दो अन्य सदस्यों में एसीपी कोतवाली सतेंद्र प्रसाद तिवारी और निरीक्षक (विवेचना सेल, अपराध) ओम प्रकाश शामिल हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले ताज़ा ख़बर अभी पढ़ें सिर्फ़ Zee News Hindi पर | आज की ताजा ख़बर, लाइव न्यूज अपडेट, सबसे ज़्यादा पढ़ी जाने वाली सबसे भरोसेमंद हिंदी न्यूज़ वेबसाइट Zee News हिंदी |