Bibi Ka Maqbara: बीबी का मकबरा में सामने आया 400 साल से छुपा राज, मुगलों ने कराया था 17वीं सदी में निर्माण
Bibi Ka Maqbara: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) को बीबी का मकबरा के पास मलवा हटाने के दौरान 400 साल पुराने हमाम (सार्वजनिक स्नान घर) के अपशेष मिले हैं, जो मकबरे के प्रवेश के पास स्थित है.
Hammam in Bibi Ka Maqbara: ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे के बाद विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है और हिंदू पक्ष तहखाने के पीछे शिवलिंग होने का दावा कर रहा है. इस बीच महाराष्ट्र के औरंगाबाद में स्थित 'बीबी का मकबरा' में 400 साल से छुपा राज सामने आया है. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) को बीबी का मकबरा के बाहरी क्षेत्र में मलबा हटाने के दौरान एक आवासीय भवन जैसा ढांचा पाया गया है.
ताजमहल की तरह दिखता है बीबी का मकबरा
बीबी का मकबरा (Bibi Ka Maqbara) को दक्कन के ताजमहल (Taj Mahal) के रूप में भी जाना जाता है और इसका निर्माण मुगलों ने 17वीं सदी में कराया था. महाराष्ट्र के औरंगाबाद में स्थित बीबी का मकबरा क्षेत्र में पर्यटकों के आकर्षण का एक मुख्य केंद्र है.
400 साल पुराने हमाम के अवशेष मिले
बीबी का मकबरा के पास मलवा हटाने के दौरान 400 साल पुराने हमाम (सार्वजनिक स्नान घर) के अपशेष मिले हैं, जो मकबरे के प्रवेश के पास स्थित है. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के अधिकारी ने बताया, 'पिछले साल, स्मारक के दक्षिण पश्चिम क्षेत्र में मलबा हटाने का कार्य किया गया. हमने एक आवासीय भवन जैसा ढांचा पाया, जिसमें एक शौचालय भी है. यह ढांचा बीबी का मकबरा का समकालिक है.' अधिकारी ने कहा कि इलाके में कार्य शीघ्र पूरा हो जाएगा और इसे जल्द ही लोगों के लिए खोल दिया जाएगा.
ASI ने औरंगजेब के मकबरे को बंद किया
इससे पहले भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने गुरुवार (19 मई) को औरंगाबाद में स्थित मुगल बादशाह औरंगजेब के मकबरे को पांच दिनों के लिए बंद कर दिया था. स्थानीय मस्जिद समिति द्वारा मकबरा पर ताला लगाने की कोशिश करने के बाद एएसआई ने यह कदम उठाया था. बता दें महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रवक्ता गजानन काले ने मंगलवार को कहा था कि औरंगजेब के मकबरे की कोई जरूरत नहीं है और उसे जमींदोज कर दिया जाना चाहिए, ताकि लोग वहां न जाएं. इसके बाद, औरंगाबाद के खुल्दाबाद इलाके की एक मस्जिद समिति ने मकबरे में ताला लगाने की कोशिश की थी. मकबरा खुल्दाबाद इलाके में ही है.
शाहजहां के पोते ने बनवाया था बीबी का मकबरा
मुमताज के लिए शाहजहां ने आगरा में ताजमहल बनवाया था, जिसे देखकर उनके पोते आजम शाह ने अपनी मां दिलरास बानो बेगम की याद में 'बीबी का मकबरा (Bibi Ka Maqbara)' बनवाया था. इसका निर्माण 1651 से 1661 ईसवीं के बीच करवाया गया था. बीबी का मकबरा में गार्डन, पॉन्ड्स, फव्वारे, वाटर केनाल आदि मौजूद हैं.
(इनपुट- न्यूज एजेंसी भाषा)
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