Baba Siddique: गोली मारने के बाद 30 मिनट तक अस्पताल के बाहर क्यों खड़ा रहा शूटर? जानें क्या था आगे का प्लान
Baba Siddique murder case: बाबा सिद्दीकी की हत्या के मुख्य आरोपी शिवकुमार गौतम ने इस मामले में बहुत बड़ा खुलासा किया है. शिवकुमार जबसे पकड़ा गया है तबसे हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं. आरोपी ने खुलासा किया कि गोलीबारी के बाद वो लीलावती अस्पताल के बाहर 30 मिनट तक खड़ा रहा था. जानें क्या है इसकी वजह.
Baba Siddique Shooter: एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की कुछ ही दिनों पहले मुंबई में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्या का आरोप लॉरेंस बिश्नोई गैंग पर लगा है. पुलिस इस केस में लगातार कार्रवाई कर रही है और कई आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. अब बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में एक चौंकाने वाली खबर आ रही है. हत्या में शामिल शूटर शिवकुमार ने बड़ा खुलासा किया है. बाबा सिद्दीकी को मौत के घाट उतारने वाले शूटर शिवकुमार गौतम ने क्राइम ब्रांच की पूछताछ में खुलासा किया है कि इस हत्या को अंजाम देने के बाद वो लीलावती अस्पताल पहुंचा था, ताकि बाबा सिद्दीकी के स्वास्थ्य का अपडेट ले सके. वो यह जानना चाह रहा था कि बाबा सिद्दीकी जिंदा हैं या नहीं?
अस्पताल के बाहर क्यों खड़ा था शूटर?
शूटर ने बताया कि वो अपने आसपास के सूत्रों से बाबा सिद्दीकी के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी जुटा रहे थे. इस बीच, जब उसे पता चला कि अब बाबा सिद्दीकी नहीं बच सकते हैं. उनकी हालत हद से ज्यादा नाजुक हो चुकी है, तो वो वहां से चला गया. शूटर ने बताया कि उसे फोन पर बाबा सिद्दीकी की मौत के बारे में जानकारी दी गई थी. इसके बाद आरोपी शूटर रिक्शा लेकर कुर्ला स्टेशन पहुंचा और इसके बाद उसने एक लोकल ट्रेन पकड़ी. ट्रेन में सफर करने के दौरान ही उसके पास फोन आया, जिसमें उसे बाबा सिद्दीकी के मौत के बारे में जानकारी दी गई.
मौत के बाद शूटर ने बदली अपनी शर्ट
शूटर ने बताया कि जब उसे पता चला कि बाबा सिद्दीकी की मौत हो चुकी है, तो उसने अपनी शर्ट बदली और घटनास्थल पर चला गया. बाबा सिद्दीकी की मौत के बाद घटनास्थल पर जमकर हंगामा देखने को मिला था. इन सभी स्थितियों पर उसने पूरी नजर बनाकर रखी थी. इन तमाम स्थितियों पर वह करीब 30 मिनट तक नजर बनाए हुए था. इसके बाद वो दोबारा अस्पताल गया, ताकि अंदर क्या स्थिति है, उसके बारे में पता लगाया जा सके.
शूटर का क्या था प्लान?
शूटर ने बताया कि बाबा सिद्दीकी को मौत के घाट उतारने के बाद उसका प्लान उज्जैन रेलवे स्टेशन पर धर्मराज कश्यप और गुरमेल सिंह से मिलना था. इसके बाद बिश्नोई गैंग के लोग उसे वैष्णो देवी मंदिर लेकर जाने वाले थे. इसके बाद उसने लखनऊ की ट्रेन पकड़ी. जहां से वो रोडवेज बस से बहराइच के लिए रवाना हो गया. इनपुट आईएएनएस से