Badlapur accused in Police encounter: बदलापुर यौन उत्पीड़न के आरोपी अक्षय शिंदे की कथित गोलीबारी में मौत के मामले में नया खुलासा सामने आया है. महाराष्ट्र के ठाणे जिले के चर्चित बदलापुर यौन शोषण केस के आरोपी अक्षय शिंदे को पुलिस ने सोमवार को नवी मुंबई की तलोजा जेल से महाराष्ट्र के ठाणे जिले के बदलापुर ले जाते समय एनकाउंटर में मार गिराया था.  पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक अक्षय शिंदे की मौत ब्लीडिंग यानी खून बहने की वजह से हुई है. शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि अक्षय के सिर पर एक गोली का निशान मिला है.


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सिर पर बाईं ओर एक गोली का निशान मिला: पोस्टमार्टम रिपोर्ट
बदलापुर स्कूल में दो लड़कियों के यौन उत्पीड़न के आरोपी के  पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक 24 साल के आरोपी के सिर पर बाईं ओर एक गोली का निशान पाया गया है और मौत की वजह अधिक खून का बहना बताया गया.उधर


बुधवार को होगी कोर्ट में सुनवाई
बॉम्बे हाई कोर्ट बदलापुर स्कूल यौन उत्पीड़न मामले में आरोपी के पिता की याचिका पर बुधवार को तत्काल सुनवाई करेगा, जो सोमवार शाम को ठाणे क्राइम ब्रांच के अधिकारियों द्वारा ले जाए जाने के दौरान पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था. एस्कॉर्टिंग टीम के बयान के आधार पर पुलिस ने दो मामले दर्ज किए हैं. एक आकस्मिक मृत्यु रिपोर्ट और दूसरा मृतक के खिलाफ हत्या के प्रयास का. दोनों को बुधवार को महाराष्ट्र की सीआईडी ​​को सौंप दिया जाएगा. फोरेंसिक टीमों ने पीसीआर वैन का निरीक्षण किया और मुंब्रा बाईपास के पास घटनास्थल का दौरा किया है. उन्होंने रक्त के नमूने एकत्र किए और चार खोल बरामद किए.


पिता ने क्या लगाया आरोप
हाईकोर्ट के समक्ष अपनी याचिका में मृतक के पिता के वकील ने तत्काल सुनवाई की मांग करते हुए कहा कि सबूत नष्ट किए जा सकते हैं. चिकित्सा अधिकारियों के मुताबिक पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी की गई और शव को शाम 5 बजे के आसपास मुंब्रा पुलिस को सौंप दिया गया. नमूने फोरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं. पुलिस को दिए गए बयान में कहा गया है कि सोमवार को शाम करीब 6.15 बजे मुंब्रा बाईपास के पास जब आरोपी को तलोजा सेंट्रल जेल से ट्रांजिट रिमांड के तहत ठाणे क्राइम ब्रांच में स्थानांतरित किया जा रहा था, तो वह काफी आक्रामक हो गया. उसके बाद चली गोली में उसकी मौत हो गई.


जानें क्या है पूरा मामला
महाराष्ट्र के ठाणे जिले के बदलापुर शहर के एक स्कूल में दो नाबालिग लड़कियों के यौन उत्पीड़न के आरोपी शिंदे की सोमवार शाम एक पुलिसकर्मी की कथित तौर पर पिस्तौल छीनने और गोली चलाने के बाद पुलिस की जवाबी गोलीबारी में मौत हो गई.


विपक्षी नेताओं के बयान विरोधाभासी: अजित पवार 
महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने मंगलवार को आरोप लगाया कि विपक्ष के नेता पुलिस मुठभेड़ में मारे गए बदलापुर यौन उत्पीड़न कांड के आरोपी को लेकर विरोधाभासी बयान दे रहे हैं. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि पुलिस ने आत्मरक्षा में गोली चलाई. पवार ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘विपक्षी नेताओं ने पहले कहा था कि राज्य में महिलाएं असुरक्षित हैं और उन्होंने अक्षय शिंदे को मृत्युदंड दिए जाने की मांग की थी. अब जब पुलिस ने आत्मरक्षा के प्रयास में उसे मार दिया तो उन्हें पुलिस के बयान पर संदेह है. वे अपनी ही बात पर विरोधाभास कर रहे हैं.’’


सुप्रिया सुले ने मौत पर उठाया सवाल
राकांपा (एसपी) की सांसद सुप्रिया सुले ने अक्षय शिंदे की पुलिस हिरासत में मौत की परिस्थिति को लेकर महाराष्ट्र सरकार के बयान में विसंगतियों का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि जिस आरोपी का चेहरा काले कपड़े से ढका हो और हाथों में हथकड़ी हो, वह चलते वाहन में किसी पुलिस वाले से पिस्तौल कैसे छीन सकता है. सुले ने बारामती में संवाददाताओं से बातचीत में यह भी कहा, ‘‘मैंने मांग की थी कि मुकदमा चलाने के बाद आरोपी को सार्वजनिक फांसी दी जाए जिससे समाज में कड़ा संदेश जाए.’’


पुलिस का क्या है बयान
उधर एक पुलिस अधिकारी ने दावा किया कि बदलापुर कांड के आरोपी अक्षय शिंदे ने पुलिस की गाड़ी में पिस्तौल छीनने के बाद कहा था कि वह किसी को नहीं छोड़ेगा. आरोपी पर गोली चलाने वाले पुलिस निरीक्षक संजय शिंदे ने कहा कि अक्षय के बर्ताव से लग रहा था कि वह सभी को मार देगा, इसलिए उन्होंने आत्मरक्षा में गोली चलाई.