दुकानों-गाड़ियों में आग, आसमान में काला धुआं, जमीन पर भारी फोर्स...24 घंटे बाद बहराइच में कैसे हैं हालात?
Photos of Bahraich: हिंसा के विरोध में कई जगहों पर प्रदर्शन हुए और पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ नारे लगाए गए. पुलिस बलों ने इलाके में फ्लैग मार्च किया. कुछ दुकानों, घरों और वाहनों में आग लगने से आसमान में काला धुआं उठ रहा था.
Bahraich Violence Video: हिंसा की आग में सुलगे बहराइच में अब हालात काबू में आते नजर आ रहे हैं. लेकिन माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है. इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और माहौल खराब करने वालों की तलाश भी तेज हो गई है. कुछ जगहों पर उपद्रव नजर आया. इलाके में चप्पे-चप्पे पर पुलिस और सुरक्षा बलों की निगाह है. फिर से हालात ना बिगड़ें इस कारण से 12 कंपनी PAC,2 कंपनी सीआरपीएफ, 1 कंपनी आरएएफ और गोरखपुर ज़ोन की पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है.
भारी पुलिस बल तैनात
प्रशासन और पुलिस ने जनता से अपील करते हुए कहा कि अफवाहों/भ्रामक खबरों से सावधान रहें. माहौल को बेहतर बनाने के लिए 4 आईपीएस, 2 एएसपी और 4 सीओ की तैनाती हुई है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर ग्राउंड जीरो पर एडीजी कानून-व्यवस्था और गृह सचिव मौजूद हैं. बहराइच की परिस्थिति पर मुख्यमंत्री भी सीधी नजर बनाए हुए हैं. अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि एक भी उपद्रवी बचना नहीं चाहिए. अब तक 30 से ज्यादा उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है. 10 के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और 4 नामजद हैं.
उपद्रवियों ने फूंकीं दुकानें-गाड़ियां
दरअसल, बहराइच में रविवार को हिंसा के बाद सोमवार को भी तनाव की स्थिति बनी रही. लाठियां और लोहे की छड़ें लिए कुछ लोग सड़कों पर घूमते दिखे. कुछ दुकानों और वाहनों में आग भी लगाई गई. रविवार को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान हुई सांप्रदायिक हिंसा में 22 साल के एक शख्स की मौत हो गई थी.
हिंसा के विरोध में कई जगहों पर प्रदर्शन हुए और पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ नारे लगाए गए. पुलिस बलों ने इलाके में फ्लैग मार्च किया. कुछ दुकानों, घरों और वाहनों में आग लगने से आसमान में काला धुआं उठ रहा था.
'उपद्रवियों को खदेड़ रहे'
बहराइच की पुलिस अधीक्षक (एसपी) वृंदा शुक्ला ने बताया, 'स्थिति सामान्य करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं और असामाजिक तत्वों को खदेड़ा जा रहा है.' रविवार को हुई हिंसा की शुरुआत देवी दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन के लिए निकाले गए जुलूस के दौरान लाउडस्पीकर से संगीत बजाने को लेकर विवाद के कारण हुई. रेहुआ मंसूर गांव के राम गोपाल मिश्रा जुलूस में थे, तभी उन्हें गोली लग गई. मिश्रा के एक परिजन ने बताया कि उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. घटना के बाद इलाके में सांप्रदायिक तनाव फैल गया. फखरपुर कस्बे और कुछ अन्य जगहों पर जुलूस रद्द कर दिए गए.