Bear Walking: झारखंड का चाईबासा शहर पिछले दो दिनों से एक भालू से परेशान है. जंगल से भटककर शहर में आए इस भालू के पीछे वन विभाग ने एक्सपर्ट की टीम से लेकर ड्रोन कैमरे तक लगा रखा है, लेकिन उसने पूरे शहर को चकमा दे रखा है.


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भालू ने चार लोगों को किया जख्मी


भालू ने अब तक शहर में चार लोगों को जख्मी भी कर दिया है. इन्हें मंगलवार को ही इलाज के लिए अस्पताल में दाखिल कराया गया है. भालू की तलाश में मंगलवार दिन-रात और बुधवार को पूरे दिन वन विभाग के 40 लोगों की टीम लगी रही, लेकिन उसका पता नहीं लगाया जा सका. सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में वह शहर के संत मेरी स्कूल के पास कैद हुआ है, लेकिन उसे पकड़ा नहीं जा सका. 


लोगों में भालू का डर


लोग भयभीत हैं कि पता नहीं भालू कब किधर से निकलकर हमला कर दे. इधर चाईबासा सदर एसडीओ शचिंद्र बड़ाईक ने सूचना जारी कर शहरवासियों से सतर्क रहने की अपील की है. एसडीओ के मुताबिक शहर में एक से अधिक भालू हो सकते हैं. प्रशासन की तरफ से वन विभाग के सहयोग से भालू को पकड़ने का पूरा प्रयास किया जा रहा है.



वन विभाग की टीम भी नाकाम


मंगलवार सुबह भालू ने गांधी टोला और धोबी टोला में मीना देवी, अमीना खातून, कुंती देवी और अनादि लाल साहू को नोंच कर लहूलुहान कर दिया था. इसके बाद वह गांधी टोला में संदीप साव के प्लॉट में घुस गया था. उसकी निगरानी में दर्जनों बार ड्रोन कैमरे उड़ाए गए. मशाल भी जलाई गई. बताया जा रहा है कि बुधवार को वह रोरो नदी की ओर निकल गया. जिस स्थल पर अंतिम बार भालू को देखा गया, वह स्थल रोरो नदी से करीब ढाई सौ मीटर दूर है. 


वन विभाग ने एहतियात के तौर पर भालू को पकड़ने वाला पिंजरा और ट्रेंकुलाइजर गन भी मंगाया है. डीएफओ नीतीश कुमार, सारंडा वन प्रमंडल के सलंग्न पदाधिकारी प्रजेशकांता जेना, चाईबासा वन प्रमंडल के सलंग्न पदाधिकारी अहमद बिलाल अनवर समेत वन विभाग की पूरी टीम बुधवार को भी भालू के पीछे हलकान रही.


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