BJP in Ladakh Election: नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के नेता उमर अब्दुल्ला ने रविवार को कहा कि लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद (एलएएचडीसी)-करगिल चुनावों में बीजेपी को करारी शिकस्त मिली है और यह उसके लिए खतरे की घंटी है. एनसी और कांग्रेस ने मिलाकर अब तक 21 सीट पर जीत दर्ज की है. मतगणना अभी भी जारी है.


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4 अक्टूबर को 26 सीट पर चुनाव हुआ था, जिनमें से अब तक 25 सीट के नतीजे घोषित हो चुके हैं. बीजेपी ने सिर्फ दो सीट पर जीत दर्ज की है. जम्मू-कश्मीर प्रशासन 30-सदस्यीय लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद (एलएएचडीसी)-करगिल के लिए चार सदस्यों को मनोनीत करता है और उनके पास मतदान का अधिकार होता है.



'ये नतीजे बीजेपी के लिए खतरे की घंटी'


अब्दुल्ला ने कहा कि चुनावों के इन नतीजों ने स्थानीय लोगों से पूछे बिना जम्मू-कश्मीर के विभाजन के खिलाफ एक संदेश दिया है. उन्होंने कहा कि चुनाव नतीजे बीजेपी के लिए खतरे की घंटी है. अब्दुल्ला ने कहा, 'बीजेपी को आज करगिल चुनावों में एनसी-कांग्रेस गठबंधन के हाथों करारी शिकस्त मिली. जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस इन चुनावों में अपनी जीत से बेहद खुश है.'


उन्होंने यह भी कहा, यह नतीजे उन सभी ताकतों और दलों के लिए एक संदेश है, जिन्होंने स्थानीय लोगों की सहमति के बिना अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक तरीके से पूर्ववर्ती राज्य जम्मू-कश्मीर को दो हिस्सों में विभाजित कर दिया था. 


'राहुल की भारत जोड़ो यात्रा का असर'


वहीं एलएएचडीसी-करगिल के चुनाव को लेकर कांग्रेस ने कहा, यह राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का सीधा असर है.जयराम रमेश ने कहा, 'राष्ट्रीय मीडिया इसे नजरअंदाज कर देगा, लेकिन रुझानों से पता चलता है कि कांग्रेस लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद- करगिल के चुनाव में BJP का लगभग पूरा सफाया करते हुए बढ़त बनाए हुए है.


पांच अगस्त 2019 को आर्टिकल-370 को हटाए जाने और लद्दाख को केंद्र-शासित प्रदेश बनाए जाने के बाद करगिल में यह पहला अहम चुनाव है. नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने चुनाव से पहले गठबंधन की घोषणा की थी और क्रमश: 17 और 22 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. दोनों दलों ने कहा था कि यह व्यवस्था उन इलाकों तक ही सीमित है, जहां बीजेपी के साथ कड़ा मुकाबला है.