पूर्व सांसद और बाहुबली आनंद मोहन (Anand Mohan) का कोर्ट में पेशी के लिए पटना आने के बाद जेल लौटने की बजाय अपने घर पर परिवार और समर्थकों के साथ बैठक करने का मामला बढ़ता जा रहा है. परिवार के साथ फोटो सामने आने के बाद आनंद मोहन की एक और तस्वीरे वायरल हो रही है, जिसमें वो पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ सर्किट हाउस में दिख रहे हैं.


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फोटो वायरल होने के बाद हमलावर हुई बीजेपी


आनंद मोहन (Anand Mohan) की फोटोज वायरल होने के बाद भारतीय जनता पार्टी हमलावर हो गई है और बिहार सरकार पर जमकर निशाना साधा है. बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि जंगलराज की वापसी है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह तो अभी ट्रेलर है, पूरी फिल्म अभी बाकी है. अरविंद सिंह ने कहा कि कैसे कोई बिना जमानत लिए अपने घर पहुंच सकता है. इस सरकार से बिहार के लोग त्रस्त हो जाएंगे.


भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे कथित 'जंगल राज की वापसी' करार दिया और आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ पार्टी के एक विधायक के दोषी पिता खुलेआम घूम रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह हमारे इस डर की पुष्टि करता है कि राजद की सत्ता में वापसी बिहार में अराजकता को वापस लाएगी, जो लालू-राबड़ी शासन की विशेषता है.


मामले में छह पुलिसकर्मी सस्पेंड


बिहार के गोपालगंज जिले के डीएम जी कृष्णैया की हत्या के सिलसिले में आजीवन करावास की सजा काट रहे आनंद मोहन के कथित रूप से घर जाने की अनुमति देने के मामले में छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. सहरसा जिला पुलिस की ओर से जारी एक बयान के अनुसार निलंबन का आदेश सहरसा की पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने दिया है, जिन्हें पुलिस मुख्यालय ने आनंद मोहन की परिवार के साथ वायरल एक तस्वीर की जांच करने का निर्देश दिया था. बयान में कहा गया है कि सभी निलंबित पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं.


कोर्ट में पेशी के बाद नहीं लौटे जेल?


सहरसा पुलिस ने बताया कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी जी कृष्णैया की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे मोहन को पिछले सप्ताह पटना लाया गया था, जहां उन्हें एक अदालत में पेश किया गया. इस बीच, पटना यात्रा के दो दिन बाद आनंद मोहन की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जिसमें मोहन, पत्नी लवली आनंद और बेटे चेतन आनंद के साथ दिख रहे हैं. चेतन अभी राजद विधायक हैं.


फोटो वायरल होने पर चेतन आनंद ने दी सफाई


आनंद मोहन की फोटो वायरल होने के बाद चेतन आनंद ने कहा, 'मेरे पिता को हाई ब्लड प्रेशर है और रक्षाबंधन के कारण अदालत ने दोपहर में काम शुरू किया. गर्मी और उमस भरे मौसम में अदालत के बाहर प्रतीक्षा करते हुए मेरे पिता की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें चिकित्सा सहायता के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां मैं और मेरी मां घटना की जानकारी के लिए वहां गए थे.'


चेतन आनंद ने कहा कि मीडिया के एक वर्ग ने एक विकृत तस्वीर पेश की, जिसमें यह दावा किया गया मेरे पिता अपने समर्थकों के साथ बैठक कर रहे थे. उन्होंने कहा कि उन्हें बैठक की तस्वीरें भी दिखाने दें. राजद नेता ने कहा कि भाजपा को आज मेरे पिता से बहुत सी समस्याएं हैं, लेकिन उस वक्त ठीक था, जब उन्होंने 1998 के विश्वास मत के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का समर्थन किया और 10 अन्य सांसदों को भी ऐसा करने के लिए मना लिया था.


उम्रकैद की सजा काट रहे हैं आनंद मोहन


आनंद मोहन (Anand Mohan) को निचली अदालत ने गोपालगंज के तत्कालीन जिलाधिकारी (DM) जी कृष्णैया की 1994 में मुजफ्फरपुर के बाहरी इलाके में हुई हत्या के मामले में मौत की सजा सुनाई थी. बाद में पटना हाई कोर्ट ने मौत की सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया था. हालांकि, मामले के कई अन्य सह अभियुक्तों को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया था.
(इनपुट- न्यूज एजेंसी भाषा)


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