Bihar Floor Test Result: नीतीश कुमार सरकार ने सोमवार को विश्वास मत जीत लिया है. बिहार विधानसभा में हुई वोटिंग में नीतीश कुमार सरकार ने बहुमत साबित किया. लेकिन इससे पहले ही आरजेडी के विधायकों ने वॉकआउट कर दिया. विधानसभा के नियमों के मुताबिक, मतगणना के लिए घंटी बजी और डिप्टी स्पीकर के आदेश पर सदन का दरवाजा बंद किया गया. बिहार विधानसभा में सरकार को विश्वास मत प्रस्ताव के पक्ष में 129 सदस्यों का समर्थन हासिल हुआ. इन 129 में 126 वोट एनडीए जबकि 3 आरजेडी विधायकों के हैं. हालांकि विरोध में एक भी वोट नहीं पड़ा. सरकार के विश्वास मत हासिल करने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब सदन नया अध्यक्ष का चुनाव करेगा.


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अवध बिहार को हटाने का प्रस्ताव पास 


फ्लोर टेस्ट से पहले बिहार विधानसभा ने आरजेडी के नेता अवध बिहारी चौधरी को सदन के अध्यक्ष पद से हटाने का प्रस्ताव सोमवार को पारित कर दिया. इसके बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ मिलकर बनाई गई अपनी नई सरकार के लिए विश्वास मत हासिल करने के वास्ते सोमवार को विधानसभा में प्रस्ताव पेश किया. 


मुख्यमंत्री कुमार एक पखवाड़े पहले महागठबंधन से अलग होकर बीजेपी की अगुआई वाले एनडीए में लौट गए थे. पूर्ववर्ती महागठबंधन सरकार का हिस्सा रहे राजद के नेता चौधरी ने अपनी पार्टी के सत्ता से बाहर होने के बाद अपना पद छोड़ने से इनकार कर दिया था. एनडीए की ओर से अध्यक्ष के खिलाफ पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव को 243 सदस्यीय विधानसभा में 125 विधायकों का समर्थन मिला, जबकि 112 सदस्यों ने इसके खिलाफ मतदान किया.  इससे पहले, अध्यक्ष की कुर्सी पर आसीन विधानसभा उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी ने अविश्वास प्रस्ताव को ध्वनि मत से पारित घोषित करना चाहा, लेकिन आरजेडी के विरोध के बाद वे संख्या की गिनती करने पर सहमत हो गए.


सत्ता पक्ष वाले के साथ बैठे RJD विधायक


इसके अलावा बिहार में सत्ता खो चुकी RJD को सोमवार को उस वक्त झटका लगा जब उसके तीन सदस्य विधानसभा में सत्ता पक्ष के विधायकों के पास जाकर बैठ गए. राजद नेता तेजस्वी यादव ने विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले पार्टी विधायकों चेतन आनंद, नीलम देवी और प्रह्लाद यादव के सत्तारूढ़ राजग के सदस्यों के बीच बैठने पर आपत्ति जताते हुए व्यवस्था का सवाल उठाया. हालांकि, आसन पर मौजूद उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी ने व्यवस्था के सवाल पर कोई फैसला नहीं दिया.