बिहार में दो उपमुख्यमंत्री पद का फॉर्मूला: तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी के बारे में जानिए सबकुछ
बिहार में एनडीए को बहुमत मिला है. नीतीश कुमार (Nitish Kumar) रिकॉर्ड सातवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं. लेकिन इस बार उनके साथ उप मुख्यमंत्री पद पर सुशील मोदी (Sushil Modi) नहीं, बल्कि उनकी जगह दो अलग उप मुख्यमंत्री बनाए जा रहे हैं.
पटना: बिहार में एनडीए को बहुमत मिला है. नीतीश कुमार (Nitish Kumar) रिकॉर्ड सातवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं. लेकिन इस बार उनके साथ उप मुख्यमंत्री पद पर सुशील मोदी (Sushil Modi) नहीं, बल्कि उनकी जगह दो अलग उप मुख्यमंत्री बनाए जा रहे हैं. इस बार बिहार में बीजेपी ने तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी (Renu Devi) को उप मुख्यमंत्री पद के लिए चुना है. आईए हम बताते हैं दोनों ही नेताओं के बारे में, जिनके आम लोग कम ही जानते हैं.
तारकिशोर प्रसाद
बीजेपा नेता तारकिशोर प्रसाद (Tar Kishor Prasad) चौथी बार विधायक बने हैं. तारकिशोर प्रसाद की बिहार की राजनीति में अच्छी पकड़ है. इस बार तारकिशोर प्रसाद ने आरजेडी के डॉक्टर राम प्रकाश महतो को 12 हजार से ज्यादा वोटों से हराया है. 2015 में लालू और नीतीश की जोड़ी के बाद भी तारकिशोर प्रसाद चुनाव जीतने में सफल हुए थे.
करोड़पति हैं तारकिशोर, शिक्षा 12वीं पास
तारकिशोर प्रसाद 12वीं पास हैं. लेकिन चुनावी हलफनामे के मुताबिक वो करोड़पति हैं. तारकिशोर व्यापारी हैं और वो कृषि कार्य भी करते हैं. तारकिशोर की कुल संपत्ति 1.9 करोड़ रुपए है. जिसमें 49.4 लाख की चल और 1.4 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति है.
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रेणु देवी
बीजेपी नेता रेणु देवी का सार्वजनिक जीवन बहुत लंबा रहा है. उन्होंने बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद तक की जिम्मेदारी संभाली है. दुर्गावाहनी से राजनीतिक सफर की शुरुआत करने वाली रेणु देवी अतिपिछड़ा समुदाय की नोनिया जाति से आती हैं. बचपन से ही आरएसएस से जुड़ी रेणु देवी महिला अधिकारों की लड़ाई सक्रिय तौर पर लड़ती रही हैं. साल 1993 में बीजेपी महिला मोर्चा की अध्यक्ष बनी रेणु देवी 2014 में बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनी.
विधायक से मंत्री पद और अब उप मुख्यमंत्री
रेणु देवी साल 1995 में पहली बार चुनावी मैदान में उतरी लेकिन सफल नहीं हुई. हालांकि साल 2000 के बाद वो लगातार चार बार विधायक रही और 2007 में बिहार सरकार में मंत्री भी रही. 2015 में चुनाव हारने के बाद इस बार वो फिर से बेतिया सीट पर चुनाव जीतने में सफल रही और अब उप मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं.