बिहार: इस मंत्री ने 1 बजे संभाला कार्यभार, 3 बजे दिया इस्तीफा
बिहार (Bihar) के शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी (Mewalal Choudhary) ने आज दिन में 1 बजे ही पदभार संभाला था, पदभार संभालते समय बोले थे- मेरे ऊपर कोई आरोप नहीं है लेकिन कुछ घंटों में ही इस्तीफा देना पड़ा.
पटना: बिहार (Bihar) में नीतीश कुमार सरकार (Nitish Kumar Government) गठन के महज कुछ दिनों के भीतर ही बदलाव होना भी शुरू हो गया है. नीतीश सरकार में शिक्षा मंत्री बने मेवालाल चौधरी (Mewalal Choudhary) ने पद से इस्तीफा दे दिया है. चौधरी ने आज ही अपना कार्यभार संभाला था और कुछ घंटों के भीतर ही शिक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा.
क्यों देना पड़ा इस्तीफा?
बता दें मेवालाल चौधरी पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं. पूर्व आईपीएस अमिताभ दास ने भी गंभीर आरोप लगाए हैं. मेवालाल की पत्नी पूर्व विधायक नीता चौधरी की पिछले साल मौत हो चुकी है. आरोप हैं कि इस मामले के तार कृषि विश्वविद्यालय नियुक्ति घोटाले से जुड़े हो सकते हैं. मामले की जांच के लिए पूर्व आईपीएस अमिताभ दास ने डीजीपी को चिट्ठी लिखी है. 4 साल पहले 2016 में कृषि विश्वविद्यालय नियुक्ति घोटाले का पर्दाफाश किया गया था. 281 पदों के लिए निकाले गए विज्ञापन के बाद 166 लोगों की नियुक्ति हुई थी. आरोप है जिन अभ्यर्थियों को कम अंक मिले उन्हें पास कर दिया गया और ज्यादा नंबर वाले अभ्यर्थियों को फेल कर दिया गया.
नीतीश से मुलाकात के बाद उठाया कदम
भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच मेवालाल चौधरी बुधवार शाम मुख्यमंत्री आवास 1 अणे मार्ग पहुंचे और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की. नीतीश और मेवालाल के बीच करीब आधे घंटे मीटिंग चली. इस मुलाकात के बाद से ही मेवालाल के इस्तीफे के कयास लगाए जा रहे थे.
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तेजस्वी का निशाना
मेवालाल के इस्तीफे के बाद नीतीश सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है. पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. तेजस्वी ने लिखा है, ‘मैंने कहा था ना आप थक चुके हैं इसलिए आपकी सोचने-समझने की शक्ति क्षीण हो चुकी है. जानबूझकर भ्रष्टाचारी को मंत्री बनाया थू-थू के बावजूद पदभार ग्रहण कराया, घंटे बाद इस्तीफे का नाटक रचाया. असली गुनहगार आप हैं. आपने मंत्री क्यों बनाया? आपका दोहरापन और नौटंकी अब चलने नहीं दी जाएगी.’
तेजस्वी ने आगे लिखा है, ‘जनादेश के माध्यम से बिहार ने हमें एक आदेश दिया है कि आपकी भ्रष्ट नीति, नियत और नियम के खिलाफ आपको आगाह करते रहें. महज एक इस्तीफे से बात नहीं बनेगी. अभी तो 19 लाख नौकरियां, संविदा और समान काम समान वेतन जैसे अनेकों जन सरोकार के मुद्दों पर मिलेंगे. जय बिहार, जय हिन्द.’
क्या कहना है मेवालाल का
दूसरी तरफ मेवालाल चौधरी ने भ्रष्टाचार के आरोपों पर सफाई दी है. इस्तीफा देने के बाद चौधरी ने कहा है, 'कोई भी केस तब साबित होता है जब आपके खिलाफ कोई चार्जशीट हुई हो या कोर्ट ने कुछ फैसला किया हो. न हमारे खिलाफ अभी कोई चार्जशीट हुई है न ही हमारे ऊपर कोई आरोप साबित हुआ है.'