Bihar Education Minister:  बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर रामचरितमानस पर दिए अपने बयान पर कायम हैं. इस बीच नीतीश कुमार इस पूरे विवाद से पल्ला झाड़ते नजर आए. उनसे जब इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ‘हमको पता नहीं है, हमको मालूम नहीं.’


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रामचरितमानस में कई अच्छी बातें
इस बीच चंद्रेशेखर ने कहा कि रामचरितमानस में कई अच्छी बाते हैं लेकिन जो गलत है उस पर आवाज उठाता रहूंगा. उन्होंने कहा, 'जो मेरी जीभ काटना चाहते हैं, मुझे जेल भिजवाना चाहते हैं वो हमसे तर्क करें. ये नागपुर से चलने वाला छद्म हिंदूवाद नहीं चलेगा.' यह पूछे जाने पर कि क्या वह अपने बयान के लिए माफी मांगेंगे, जैसा कि बीजेपी ने मांग की है,  उन्होंने कहा कि भगवा को तथ्यों की जानकारी नहीं होने के लिए माफी मांगनी चाहिए.


क्या कहा था चंद्रशेखर ने?
बता दें नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के 15वें दीक्षांत समारोह में बुधवार को छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने दावा किया कि 'रामचरितमानस' और 'मनुस्मृति' समाज को बांटते हैं. इससे पहले मंगलवार को उन्होंने कह, ‘रामचरितमानस का विरोध क्यों हुआ? क्योंकि  इसमें कहा गया है कि निचली जातियों के लोग शिक्षा प्राप्त करने के बाद सांपों की तरह खतरनाक हो सकते हैं.’


इस महीने की शुरुआत में, केरल के मंत्री और कम्युनिस्ट नेता एमबी राजेश ने मनुस्मृति के बारे में ऐसा ही बयान दिया था, जिसमें दावा किया गया था कि यह एक 'क्रूर' जाति व्यवस्था की वकालत करती है.  वर्कला शिवगिरी मठ के एक कार्यक्रम में बोलते हुए, राजेश ने कहा था, ‘अगर केरल में एक आचार्य है, तो वह श्री नारायण गुरु हैं, न कि आदि शंकराचार्य.’


(इनपुट - एजेंसी)