झारखंड में बर्ड फ्लू को लेकर ALERT, चिकन प्रेमियों को नहीं दिख रहा कोई खतरा!
विशेषज्ञों का कहना है कि बर्ड फ्लू एक वायरल और फैलने वाली बीमारी है इस बीमारी का खतरा ज्यादातर प्रवासी पक्षियों होता है , जो बाहर से हमारे देश में आती है ऐसे में अगर कोई संक्रमित पक्षी हमारे देश में आ जाती है तो उसी से वायरस अन्य पक्षियों में फैलने लगता है, हालांकि झारखंड अभी इस फ्लू के मामले नहीं आए हैं.
मनीष मिश्रा, रांची: कोरोना का इलाज अभी मिला भी नहीं कि एक और महामारी के दस्तक ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है. जानकारों की माने तो बर्ड फ्लू ने एक बार फिर देश में दस्तक दी है. इसको देखते हुए झारखंड (Jharkhand) में भी एतिहातन अलर्ट जारी कर दिया गया है.
ऐसे में विशेषज्ञों का कहना है कि बर्ड फ्लू (Bird Flu) एक वायरल और फैलने वाली बीमारी है इस बीमारी का खतरा ज्यादातर प्रवासी पक्षियों होता है, जो बाहर से हमारे देश में आती है ऐसे में अगर कोई संक्रमित पक्षी हमारे देश में आ जाती है तो उसी से वायरस अन्य पक्षियों में फैलने लगता है, हालांकि झारखंड अभी इस फ्लू के मामले नहीं आए हैं.
झारखंड में बर्ड फ्लू के मामले जब भी आए हैं तो वह बांग्लादेश की तरफ से प्रवेश किया है. आपको बता दें कि बंगाल के तरफ से कई बायलर मुर्गा लाए जाते हैं, ऐसे में मुर्गी पालक इस ओर से आने वाली मुर्गियों को लेने से परहेज करें. अगर एक साथ कई मुर्गियां मर जाती है, अविलंब पशु चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए और मरी हुई मुर्गियों को खुले में फेंकना नहीं चाहिए .
मुर्गी पोल्ट्री फार्म के मालिक कहते हैं मुर्गियों में ना कोरोना होता है और ना बर्ड फ्लू. इन बॉयलर मुर्गियों में कई तरीके के पहले से एंटी बायोटिक का प्रयोग किया जाता है. बॉयलर मुर्गा पूरी तरीके से इंसानों के लिए सुरक्षित है. मुर्गियों को पूरी हाइजेनिक तरीके से रखते हैं इनके साफ-सफाई का भी ख्याल रखा जाता है..
वहीं, चिकन खरीदने वाले लोग इस फ्लू से अनजान कहते हैं कि हम लोग अभी फिलहाल बिना डरे चिकन खा रहे हैं. उन्हें फिलहाल इस फ्लू का खतरा झारखंड में नहीं दिखाई दे रहा है. बहरहाल, कोरोना वायरस के बीच बर्ड फ्लू की दस्तक ने यकीनन विभाग की चिंता बढ़ा दी है अब देखना होगा कि इससे निपटने के लिए विभाग के पास कौन सी रणनीति है.