झारखंड में दिखेगा `अम्फान` का असर, मौसम विभाग ने जताया इन जिलों में बारिश के आसार
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, अम्फान सुपर साइक्लोन में परिवर्तित हो चुका है. इस साइक्लोन का असर झारखंड के दक्षिणी पूर्वी भाग और उतरी पूर्वी भाग के जिलों में पड़ेगा.
रांची: सुपर साइक्लोन 'अम्फान' का असर राजधानी रांची में भी देखने को मिल रहा है. मंगलवार की रात से ही आसमान में बादल छाए हैं और विभिन्न जिलों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है. बुधवार शाम, जब अम्फान तूफान का लैंडफाल होगा तो, इसकी जद में आने वाले इलाकों में नुकसान की संभावन जताई जा रही है. वहीं, इस चक्रवात तूफान का झारखंड में भी आंशिक असर देखा जा रहा.
अम्फान साइक्लोन वर्तमान में बंगाल की खाड़ी से तकरीबन 200 किलोमीटर पश्चिम दिशा में है. इसकी इंटेंसिटी 165 से 175 किलोमीटर प्रति घंटा है. मौसम विभाग का अनुमान है कि, पश्चिम बंगाल के दीघा और बांग्लादेश के आयरलैंड के बीच में साइक्लोन का लैंडफाल होगा.
इसकी इंटेंसिटी 155 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 165 किलोमीटर प्रति घंटा होगी. लकीर लैंडफाल होने से पहले ही झारखंड की राजधानी रांची सहित पूरे राज्य में इसका असर दिखने लगा है. मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, अम्फान सुपर साइक्लोन में परिवर्तित हो चुका है. इस साइक्लोन का असर झारखंड के दक्षिणी पूर्वी भाग और उतरी पूर्वी भाग के जिलों में पड़ेगा, जिससे इन क्षत्रो में साइक्लोन के प्रभाव के कारण वर्षा होगी.
मौसम विज्ञान केंद्र रांची के निदेशक एसडी कोटाल ने कहा कि, झारखंड के दक्षिणी पूर्वी भाग के जिलों जैसे- पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला खरसावां के साथ उतरी पूर्वी झारखंड के जिले जैसे- गोड्डा, पाकुड़, जामताड़ा, दुमका जिलों में इसका असर देखने को मिलेगा.
कोटाल ने कहा कि, इन जिलों में वर्षा के साथ-साथ 30 से 40 किमी.प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी. झारखंड के बाकी जिलों में इसके असर से आसमान में बादल छाए रहेंगे और आंशिक तौर पर तापमान सामान्य से 5 से 6 डिग्री कम रहेगा. हालांकि, तूफान के लैंडफाल होने में अभी थोड़ा वक्त है. लेकिन उसका असर अभी से ही झारखंड में देखने को मिल रहा है. जब राज्य के विभिन्न जिलों में बारिश और तेज हवाएं दर्ज की जा रही हैं.