Mauni Amavasya 2025: बेगूसराय के गंगा तटों पर आस्था का सैलाब, चुपचाप क्यों लोग लगा रहे डुबकी? ये है महत्व
Mauni Amavasya 2025: बिहार के बेगूसराय जिले में मौनी अमावस्या को लेकर आज गंगा नदी के विभिन्न तटों पर लोगों की बड़ी संख्या में भीर उमड़ पड़ी है. लोग सुबह से ही गंगा नदी में डुबकी लगा रहे हैं. बेगूसराय के आदि कुंभ स्थली सिमरिया, तेघरा के अयोध्या गंगा तट और झमटिया गंगा घाटों सहित अन्य गंगा घाटों पर अहले सुबह से ही गंगा स्नान करने वाले महिला-पुरुष श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी हैं.
मौनी अमावस्या
)
बेगूसराय में भी मौनी अमावस्या को लेकर श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में भीड़ गंगा तटों पर उमड़ पड़ी है. हजारों की संख्या में लोग गंगा नदी में सुबह से ही डुबकी लगा रहे हैं.
उमड़ी भीर
)
बेगूसराय के आदी कुंभ स्थली सिमरिया, तेघरा के अयोध्या गंगा तट और झमटिया गंगा घाटों सहित विभिन्न गंगा घाटों पर सुबह से ही गंगा स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है.
दान-पुण्य के भागीदार
)
लोगों ने आज मौनी अमावस्या के दिन मौन होकर घर से निकलकर गंगा स्नान किया और दान-पुण्य का भागीदार बने.
मान्यता
बताया जाता है कि माघ मास की अमावस्या में मौन होकर गंगा स्नान करने से सूक्ष्म, समृद्धि, धन-धान्य और बच्चे की आयु में वृद्धि होती है.
गंगा मां आरती
वहीं, लोगों ने गंगा में स्नान करने के बाद गंगा मां की पूजा की, भजन-आरती करके मन को प्रसन्न और पवित्र किया. (इनपुट - जितेंद्र चौधरी)