भागलपुर: गोराडीह थाना क्षेत्र के जमशी गांव निवासी विनोद राय के 28 वर्षीय पुत्र राजा राय मजदूरी करने के लिए अपने परिवार के साथ पंजाब के जालंधर गए थे. वहां कुछ ऐसा हुआ कि घरवालों पर पहाड़ सा टूट गया. दरअसल, खाना बनाने के दौरान गैस लीक हो जाने से दो छोटे मासूम बच्चे समेत राजा राय की दर्दनाक मौत हो गई.  


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दूसरी ओर, जैसे ही घटना की जानकारी परिवार वालों को मिली तो आनन-फानन में स्थानीय जनप्रतिनिधि के सहयोग से पार्थिव शरीर भागलपुर के जमसी गांव लाया गया. वहीं, पार्थिव शरीर देख परिवार वालों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. 


बहू की स्थिति गंभीर
हादसे में दो मासूम बच्चे समेत राजा राय की मृत्यु हो गई. वहीं, राजा की पत्नी गंभीर रूप से घायल है, जिसका इलाज भागलपुर के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है. जबकि, मृत लोगों का पोस्टमार्टम करा कर शव परिजन को सौंप दिया गया है.


मदद के लिए आगे आए यह नेता
बीजेपी कार्यकर्ताओं को घटना की खबर मिलने के बाद बिहार सरकार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन को घटना की जानकारी दी गई. घटना की जानकारी मिलने पर सैयद शाहनवाज हुसैन ने पीड़ित परिवार को पचास हजार की आर्थिक मदद की. सैयद शाहनवाज हुसैन ने टेलीफोन के माध्यम से कहा कि बिहार में मेरा दिल बसता है और बिहार के परिवार के साथ अगर ऐसा होता है तो मैं हमेशा पीड़ित परिवार के साथ खड़ा रहूंगा. दरअसल, पंजाब से पार्थिव शरीर भागलपुर आने तक सभी खर्चा सैयद शाहनवाज हुसैन ने उठाया. साथ ही, उन्होंने पीड़ित परिजन को भरोसा दिलाया कि आगे जो भी खर्चे होंगे वह सैयद शाहनवाज हुसैन की तरफ से होगा.


कर्ज चुकाने के लिए राजा गए थे पंजाब
बता दें कि, राजा ने कर्ज पर पैसा लेकर चार बहन की शादी कराई था. उसी कर्ज को चुकाने के लिए राजा घर छोड़ कर पंजाब कमाने के लिए गया हुआ था. पिता का सपना था कि सभी का कर्ज टूट जाएगा. लेकिन इस घटना के बाद पिता का सपना, सपना ही रह गया और बेटे की हादसे में दर्दनाक मौत हो गई.


गांव वालों में पसरा मातम
घटना की सूचना मिलने पर गांव एवं परिवार वालों में मातम पसर गया. जैसे ही पार्थिव शरीर गांव आया तो परिवार समेत पूरे गांव वालों की आंखे नम हो गई. परिजनों के साथ-साथ गांव वाले भी रोने लगे. वहीं, मृतक के पिता ये कहते हुए रो रहे हैं कि एक बेटा ही मेरा सहारा था, वह भी अब इस दुनिया में नहीं रहा. मेरी तो दुनिया ही उजड़ गई. वहीं, परिवार वालों की आर्थिक स्थिति बहुत ही कमजोर है जिसको लेकर उन्होंने सरकार से गुहार लगायी भी है.


पिता ही देंगे बेटे और पोते को मुखाग्नि
वहीं, हादसे में बेटे और दोनों पोते की मौत के बाद घर में मुखअग्नि देने के लिए कोई नहीं बचा. जिसके कारण अब बजुर्ग पिता को ही यह करना पड़ेगा. जिस पिता ने जन्म दिया वही पिता बेटे समेत अपने दोनों पोते को भी मुखअग्नि देंगे.


रिपोर्ट: अजय कुमार