भागलपुर: बिहार के भागलपुर के बरारी से प्लॉटर शंकर यादव को देर रात एनआईए ने गिरफ्तार करने के बाद उससे पूछताछ की आज दोपहर उसे मेडिकल के लिए भागलपुर सदर अस्पताल लाया गया. इसके बाद उसकी कोर्ट में पेशी होगी. एनआईए टीम कोर्ट से रिमांड पर शंकर यादव को ले सकती है.


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रांची एनआईए की टीम ने आईटी की टीम के साथ कार्रवाई की है. कल शंकर यादव के आवास पर 17 घंटे छापेमारी करने के बाद उसके आवास से टीम ने 1 करोड़ 32 लाख रुपये बरामद किए है. करोड़ों के जमीन के कागजात और पांच मोबाइल फोन, एक हार्ड डिस्क, एक राइफल, एक पिस्टल, गोला और बारूद बरामद की गई है. 


एनआईए के मुताबिक, शंकर यादव झारखंड के गैंगस्टर अमन साहु से जुड़ा है. झारखंड के तेतरिया खाड़ में कोल माइंस में पर संगठित गिरोह के अमन साहू सुजीत सिन्हा और अन्य द्वारा किये गए अटैक के मामले में वे अमन साहू के पैसे खपाने मामले में शंकर यादव के आवास पर एनआईए और आईटी ने दबिश दी थी.


मामले में बयान देते हुए आरोपी शंकर यादव ने कहा कि वह निर्दोष है. सारे रुपये कुल 13 लोगों के है. एनआईए को हमने सबूत भी दिए, लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिला. अमन साहू के साथ मेरा कोई कनेक्शन नहीं है. हमारा काम कमीशन है. परसों रजिस्ट्री होनी थी इसलिए रुपये घर पर रखे थे. 22 साल से हम प्लाटिंग का काम कर रहे है. झारखंड में भी मेरा कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा है. 


उन्होंने आगे कहा कि मोती यादव को हमने जमीन दी थी. एसएम कॉलेज के पास. उसने मुझे पैसा ट्रांसफर किया है. वह लोग एनआईए में आरोपी है. बता दें कि मोती यादव नवगछिया का अपराधी है और प्रखंड प्रमुख है. एनआईए ने मोती यादव के आवास भी दबिश दी, लेकिन वह वहां मौजूद नहीं था. मोती यादव पर कई आपराधिक मामले भी दर्ज है.
इनपुट- अश्वनी कुमार, भागलपुर 


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