खगड़िया में प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए उपद्रव में दो FIR दर्ज, 16 लोगों को किया गिरफ्तार
खगड़िया जिले के नगर थाना क्षेत्र के सन्होली में दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन के दौरान उपद्रव के दो मामले दर्ज किए गए थे. जिसके बाद 17 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया था और 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
Khagaria: बिहार समेत पूरे देश में हाल ही में नवरात्रि का नौ दिनों का त्योहार मनाया गया था. जिसके बाद खगड़िया जिले के नगर थाना क्षेत्र के सन्होली में दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन के दौरान उपद्रव का मामला सामने आया था. उस दौरान जिला प्रशासन के द्वारा नगर थाना में उपद्रव के दो मामले दर्ज किए गए थे. जिसके बाद 17 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया था और 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. वहीं, इस मामले में गिरफ्तारी के विरोध में सैंकड़ों लोगों ने राजेंद्र चौक पर जाम लगा कर घंटों हंगामा किया.
17 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज
दरअसल, कुछ दिन पहले दुर्गा पूजा का समापन हुआ है. जिसके बाद दुर्गा मां की प्रतिमा का विसर्जन किया गया था.उसी दौरान उपद्रव के दो मामले सामने आये थे. उस दौरान पहले मामले में प्रतिमा विसर्जन के दौरान प्रशासन के साथ मारपीट और हाथापाई के अलावा गाड़ी का शीशा तोड़ा गया था. इस मामले में कुल 17 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. जिसमें से पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए लगभग 7 लोगों को गिरफ्तार किया था.
29 लोग गिरफ्तार
जिसके बाद इस गिरफ्तारी के विरोध में सन्होली गांव के सैकड़ों लोगों ने राजेंद्र चौक पर 9 घंटे के लिए जाम लगा दिया था. साथ ही पुलिस की गाड़ी में तोड़फोड़ और पथराव किया. वहीं, हालातों को काबू करने के लिए पुलिस प्रशासन ने भी बल का प्रयोग करते हुए जाम करने वाले लोगों को राजेंद्र चौक से खदेड़ दिया. इस मामले में 29 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई और 200 अज्ञात लोगों पर राजेंद्र चौक पर मजिस्ट्रेट के द्वारा नगर थाना में मामला दर्ज किया गया है.
सोशल मीडिया पर डाले भड़काऊ पोस्ट
जिसमें से अभी तक 9 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है और उन्हें जेल भेजा जा चुका है. वहीं, मामले को लेकर खगड़िया एसपी अमितेश कुमार का कहना है कि जिस प्रकार से सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डाले गए थे. उन पोस्ट डालने वाले लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है और सोशल मीडिया पर पुलिस प्रशासन के द्वारा हर पोस्ट पर नजर रखी जा रही है. वहीं, एसपी का कहना है कि पूजा समिति के सदस्यों के द्वारा ही प्रतिमा का विसर्जन किया गया था.