पटना: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अपने बयान में कहा कि मुस्लिमों को सेक्युलरिज्म का कुली बना दिया गया है. चुनाव के वक्त ही मुसलमान याद आते हैं. उनके इस बयान के बाद बिहार में सियासत तेज हो गई है.


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ओवैसी के बयान पर शुरू हुई प्रतिक्रिया
बता दें कि ओवैसी के बयान के बाद बिहार की अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों की ओर से प्रतिक्रिया शुरू हो गई है. जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा हमारे देश में ऐसे बहुत सारे नेता है. जो धर्म के नाम पर राजनीति करते हैं, ऐसी बातें करते हैं जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हो. हमारी पार्टी और हमारे नेता की सोच इससे बिल्कुल अलग है हम लोग सभी जाति धर्म के लोगों का सम्मान करते हैं, न्याय के साथ विकास के एजेंडे पर चलते हैं.


बीजेपी और आरएसएस की बी पार्टी है ओवैसी- कुंतल कृष्णा
कांग्रेस प्रवक्ता कुंतल कृष्णा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सच तो यह है कि जब जब चुनाव आते हैं ओवैसी को सिर्फ तब देश का मुसलमान याद आता है. ओवैसी आरएसएस और बीजेपी की बी टीम की तरह उन्हीं के एजेंडा को आगे लेकर चल रहे हैं. इस देश में गंगा जमुनी तहजीब के लिए बड़ी-बड़ी कुर्बानियां दी गई है. 


पीएम ने देश के हर अल्पसंख्यकों को दी हर योजनाओं की हिस्सेदारी- मनीष पांडे
बीजेपी प्रवक्ता मनीष पांडे ने कहा कि ओवैसी ने भारत के मुसलमानों को सेकुलर का कुली कहां है, यह बात अफसोस जनक है और उन लोगों के लिए एक बहुत बड़ा सवाल भी है जिन्होंने देश में लगभग 60 से 65 वर्षों तक शासन किया है. अगर इतने वर्षों बाद भी भारत का मुसलमान शिक्षा के क्षेत्र में स्वास्थ्य के क्षेत्र में पिछड़ा है तो सवाल तो बनता है. जिन लोगों ने मुसलमानों को सिर्फ वोट बैंक का जरिया बनाया राजनीति और विकास में कभी हिस्सेदारी नहीं दी उनके खिलाफ सवाल तो बनता है कि देश की इतनी बड़ी आबादी आखिर पीछे कैसे रह गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी हर योजनाओं में देश के अल्पसंख्यकों को हिस्सेदारी दी चाहे वह शिक्षा हो स्वास्थ्य हो , हर योजना में अल्पसंख्यकों के विकास का ध्यान रखा है.


इनपुट- निषेद


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